Tricity Today | कड़ी सुरक्षा के बीच नोएडा पहुंची कोरोना वैक्सीन
आखिरकार लंबे इंतजार की घड़ियां समाप्त हुईं। गुरुवार की दोपहर बाद मकर सक्रांति के दिन कड़ी सुरक्षा के बीच कोरोना वायरस से निपटने के लिए वैक्सीन नोएडा पहुंच गई है। नोएडा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कोरोनावायरस जनित महामारी से लड़ने के लिए वैक्सीन की पहली खेप उतारी गई है। मेरठ से वैक्सीन लाई गई है। इस दौरान पुलिस और पीएसी के जवान तैनात रहे। अब मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय से जिलेभर में वैक्सीन सेंटर तक दवा को पहुंचाया जाएगा। आपको बता दें कि 16 जनवरी की सुबह से लोगों को वैक्सीन देने की शुरुआत होगी। सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन की डोज दी जाएंगी। इसके बाद फ्रंट लाइन पर काम करने वाले सरकारी कर्मचारी वैक्सीन लेंगे। अभी आम आदमी तक वैक्सीन की पहुंच कब तक हो जाएगी, यह पता नहीं चल पाया है।
आज 25 हजार कोविड-19 वैक्सीन की डोज मिली हैं
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर में 16 जनवरी से कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा। इसके लिए आज जिला प्रशासन को 25 हजार कोविड-19 वैक्सीन की डोज मिल गई हैं। वैक्सीन के भंडारण के लिए 14 कोल्ड चेन केंद्रों की व्यवस्था की गई है। पहले चरण में जिले के आठ अस्पतालों में सिर्फ स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स का टीकाकरण कराया जाएगा। इसके लिए इन 8 अस्पतालों में बूथ बनाया गया है। पहले दिन इन आठ केंद्रों के बूथों पर 800 स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वारियर्स का टीकाकरण किया जाएगा।
कोई कर्मी वैक्सीन से इंकार करेगा तो काउंसलिंग होगी
बड़ी बात यह है कि इस टीकाकरण का लाइव प्रसारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ किया जाएगा। जिला प्रशासन ने कहा है कि अगर कोई स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीन का डोज लेने से इंकार करता है, तो काउंसलिंग के जरिए उसकी मदद की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत दिनों ये जानकारी दी थी कि 16 जनवरी से पूरे देश में कोरोना वायरस का टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण में सिर्फ स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स का टीकाकरण किया जाएगा।
3 दिन में 75 बूथ पर 5,713 वॉरियर्स का टीकाकरण
गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने भी टीकाकरण की तैयारी पूरी कर ली है। जिले में पहले चरण में 3 दिन में 75 बूथ पर करीब 5,713 स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स का टीकाकरण किया जाएगा। जिन अस्पतालों को टीकाकरण के लिए चुना गया है, उनमें जिम्स (राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान), चाइल्ड पीजीआई, फोर्टिस हॉस्पिटल, यथार्थ हॉस्पिटल, अपोलो हॉस्पिटल नोएडा, कैलाश हॉस्पिटल नोएडा, शारदा हॉस्पिटल और जेपी हॉस्पिटल नोएडा शामिल हैं। इन सभी केंद्रों पर वेब बूथ बनाए गए हैं। वेब बूथ के जरिए वैक्सीनेशन की वीडियो कांफ्रेंसिंग की जाएगी।
30 अस्पतालों और सीएची-पीएचसी पर 75 केंद्र बने
टीकाकरण और इससे जुड़ी शंकाओं पर सीएमओ डॉ दीपक ओहरी ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में 16 जनवरी को 800 स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा। सहूलियत के लिए एक पोर्टल भी बनाया गया है। इस महीने 18 जनवरी से सभी 75 बूथों पर 22,600 कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा। इन सभी की जानकारी कोविन ऐप पर डाल दी गई है। इनके टीकाकरण के लिए 30 अस्पतालों और सीएची-पीएचसी पर 75 केंद्र बनाए गए हैं।
केंद्रों में 17 प्राइवेट और 13 सरकारी हॉस्पिटल शामिल
जिले में कुल केंद्रों में 17 प्राइवेट और 13 सरकारी हॉस्पिटल शामिल हैं। 18 जनवरी को हर बूथ पर 100 कर्मचारियों के टीकाकरण की योजना बनाई गई है। इसके बाद 22 और 25 जनवरी को टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।दूसरे चरण में टीकाकरण के लिए बूथों की संख्या दोगुनी (150) कर दी जाएगी। जिन स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जानी है, उनकी जानवारी कोविन ऐप पर अपडेट कर दी गई है। वैक्सीन स्टोरेज के लिए 14 कोल्डचेन बनाई गई हैं। फिलहाल जिले में 7 लाख वैक्सीन स्टोर किया जा सकता है।
दूसरे चरण में बूथ की संख्या बढ़ाई जाएगी
दूसरे चरण में टीकाकरण की गति को रफ्तार दिया जाएगा। जिले में पहले चरण में 24,500 स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया जाना है। जबकि, दूसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारी से पीड़ित हर उम्र के नागरिक का टीकाकरण होगा। इसलिए बूथ की संख्या 75 से बढ़ाकर 150 कर दी जाएगी। बूथ की संख्या बढ़ाने से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा सकेगा। प्रशासन ने इसके लिए सारी तैयारी पूरी कर ली है। अब सिर्फ उन्हें निर्धारित तिथियों पर मूर्त रूप देना है।
सीएमओ ने कहा- अफवाहों पर ध्यान नहीं दें
कोरोना वायरस के टीकाकरण को लेकर लोगों में तमाम अफवाहें हैं। कुछ लोग वायरस के टीके को लेकर भ्रम की स्थिति में है, जबकि कुछ लोग डरे हुए हैं। ऐसे लोगों के लिए कोविन नाम से एक ऐप तैयार किया गया है। इस ऐप में वैक्सीन नहीं लगवाने वाले सभी लोगों की डिटेल्स साझा की जाएंगी। हालांकि प्रशासन ने ऐसे सभी लोगों के लिए काउंसलर की नियुक्ति की है। काउंसलर ऐसे लोगों से संवाद कर उनके डर, भय और शंकाओं को दूर करेंगे। फिर उन्हं कोरोना वायरस का टीका लगवाने के लिए राजी करेंगे।