Noida News : जिले में चल रही डग्गामार बसों की वजह से ट्रैफिक समस्या और दुर्घटनाओं आए दिन सामने आती रहती है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बड़ी संख्या में डग्गामार बसें चल रही है। ऐसी बसों पर न तो रूट परमिट है, न ही दस्तावेज पूरे है। फिर भी आरटीओ विभाग, ट्रैफिक पुलिस और जिला पुलिस के सहयोग से गोरखधंधा चल रहा है। बिना फिटनेस और टैक्स दिए चल रही बसों से राजस्व को चूना लगाया जा रहा है।
जिले में बड़ा गिरोह है सक्रिय
सूत्र बताते है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है। जो फिटनेस खत्म हो चुकी बसों के फर्जी दस्तावेज बनाकर, चेसिस नंबर और इंजन नंबर के साथ छेड़छाड़ कर राजस्व को चूना लगाते है। इन बसों को नोएडा-ग्रेटर नोएडा में चलाने के लिए संबंधित आरटीओ अधिकारियों, यातायात अधिकारियों और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से संपर्क बना बसों को चलाया जाता है।
चेसिस नंबर बदल चलाई जा रही बसें पकड़ी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नोएडा की सेक्टर-58 पुलिस ने ऐसी ही 03 डग्गामार बसें पकड़ी हैं। तीनों बसों के चेसिस नंबर के साथ छेड़छाड़ की गई थी। पुराने चेसिस नंबर के ऊपर लोहे की पट्टी पर नया चेसिस नंबर खुदवाकर चिपकाया गया था। सूत्र बताते है कि उक्त तीनों बसें वर्ष 2007 की रजिस्टर्ड है। नए लगाए गए चेसिस नंबर वर्ष 2017-2018 रजिस्टर्ड बसों के है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सेक्टर-58 पुलिस द्वारा पकड़ी गई बसों पर UP14GT4540, UP14GT7892 और DL1PD3592 रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित है।
आरटीओ विभाग से मांगी रिपोर्ट
सूत्र बताते है कि सेक्टर-58 पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों और चेसिस नंबर के साथ छेड़छाड़ की हुई 03 बसें पकड़ी है। ऐसी ही एक बस कुछ दिन पूर्व ट्रैफिक पुलिस द्वारा भी सेक्टर-58 थाना क्षेत्र में सीज की गई थी। पुलिस ने दस्तावेजों व चेसिस नंबर की पुष्टि के लिए आरटीओ विभाग से रिपोर्ट मांगी है। आरटीओ विभाग से रिपोर्ट मिलने पर पुलिस द्वारा वैधानिक कार्यवाही अमल में लाए जाने की बात कही जा रही है।