एमिटी यूनिवर्सिटी में एलएलबी के छात्रों पर जानलेवा हमला, मुकदमे के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

नोएडा में गुंडों की पुलिस को खुली चुनौती : एमिटी यूनिवर्सिटी में एलएलबी के छात्रों पर जानलेवा हमला, मुकदमे के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

एमिटी यूनिवर्सिटी में एलएलबी के छात्रों पर जानलेवा हमला, मुकदमे के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

Tricity Today | एमिटी यूनिवर्सिटी में एलएलबी के छात्रों पर जानलेवा हमला करते गुंडे

Noida News : यूपी की नंबर वन नोएडा पुलिस (Noida Police) एक बार फिर सवालों के घेरे में है। 30 जनवरी को सेक्टर-126 थाना क्षेत्र में दो छात्रों को एक छात्र गुट ने मिलकर बुरी तरह पीटा। छात्रों ने अपने साथ हुई मारपीट और गाड़ी में तोड़फोड़ को लेकर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़ित का आरोप है कि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बुरी तरह पीटने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। इस वक्त दोनों पीड़ित अस्पताल में भर्ती हैं। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। 
क्या है पूरा मामला
पुलिस को दी शिकायत में सौरभ डबास ने बताया कि वह दिल्ली का रहने वाला है। एमिटी यूनिवर्सिटी (Amity University) से बीए एलएलबी फोर्थ ईयर का छात्र है। 30 जनवरी की शाम चार बजे वह अपने दोस्त युग डागर के साथ अपनी गाड़ी लेकर खाना खाने जा रहा था। जब वह यूनिवर्सिटी के गेट नंबर-4 के लिए निकले, तब एशियन लॉ कॉलेज के गेट के पास कुछ लड़के हाथों में डंडा लिए उनकी गाड़ी को घेर लिया। आरोप है कि आरोपियों ने उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ा। उसके बाद उनके सिर पर डंडे से वार किया। आरोपी जान से मारने की नीयत से वहां आए थे। वे कह रहे थे कि 'आज तुम लोगों को मार डालेंगे।' पीड़ित ने उनमें से चार लोगों को पहचान लिया है। उनका नाम दीपक नागर, भूपेंद्र चौधरी, अमन भाटी और भी कई लोग थे, जिन्हें वह नहीं पहचानता है। जिस गाड़ी को तोड़ा गया है, वह उत्तराखंड से रजिस्टर्ड है। 

नाम बताने के बाद भी खुले घूम रहे आरोपी 
इस मामले में घटना का एक वीडियो भी सामने आ रहा है, जिसमें एक गाड़ी को घेरे 10 से 15 लोग खड़े हैं। शीशे को भी तोड़ रहे हैं और पीड़ितों पर डंडे से वार कर रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों में से किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है। वहीं, मुकदमे को हल्का करने के लिए धाराएं भी हल्की लगाई हैं। इस मामले में जो धाराएं लगनी चाहिए वह नहीं लगाई गई है। जान से मारने की नियत वाली धाराएं कहीं नहीं है। अभी दोनों पीड़ित अस्पताल में भर्ती हैं। इस घटना के बाद वे सहमे हुए हैं। उनका कहना है कि आरोपी बाहर निकलते ही उन्हें फिर मारने की कोशिश करेंगे। गिरफ्तारी न होने से उनके मन में अभी बाहर जाने का डर सता रहा है।

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