एक्वा लाइन मेट्रो को सभी स्टेशनों पर रोकने की मांग तेज, संगठन ने सीएम आदित्यनाथ को लिखा खत

Greater Noida Metro News: एक्वा लाइन मेट्रो को सभी स्टेशनों पर रोकने की मांग तेज, संगठन ने सीएम आदित्यनाथ को लिखा खत

एक्वा लाइन मेट्रो को सभी स्टेशनों पर रोकने की मांग तेज, संगठन ने सीएम आदित्यनाथ को लिखा खत

Tricity Today | एक्वा लाइन मेट्रो को सभी स्टेशनों पर रोकने की मांग तेज

  • एक्वा लाइन मेट्रो को इस रूट के अन्य 9 स्टेशनों पर भी रोकने की मांग तेज हो गई है
  • मेट्रो रूट और साइट की वजह से उन्हें अपने घर की ज्यादा कीमत चुकानी पड़ी
  • पीक ऑवर में सुबह और शाम को एक्वा लाइन मेट्रो इन सेक्टर से जुड़े 9 प्रमुख स्टेशनों पर नहीं रुकती है
  • इन सोसाइटी से मेट्रो स्टेशन पहुंचने के लिए भी कोई सुविधा नहीं है
Noida News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन मेट्रो (Aqua Line Metro) को इस रूट के अन्य 9 स्टेशनों पर भी रोकने की मांग तेज हो गई है। साथ ही 7x समेत नई विकसित 14x सोसाइटी और उनके आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Noida Metro Rail Corporation-NMRC) से फीडर बस सेवा चलाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि नोएडा जैसे शहर में ट्रांसपोर्टेशन की परेशानी समझ से परे है। मेट्रो रूट और साइट की वजह से उन्हें अपने घर की ज्यादा कीमत चुकानी पड़ी है। लेकिन अब उन्हें मेट्रो की सेवा ही नहीं मिल रही। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम पर शहर के 7X और 14x सेक्टर-सोसाइटी के लोगों को कुछ खास हासिल नहीं है।

9 स्टेशनों पर नहीं रुकने से परेशान निवासी
दरअसल पीक ऑवर में सुबह और शाम को एक्वा लाइन मेट्रो इन सेक्टर से जुड़े 9 प्रमुख स्टेशनों पर नहीं रुकती है। इनमें सेक्टर-50, 101, 83, 143, 144, 145, 146, 147 और सेक्टर-148 मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। इसकी वजह से लोगों को भारी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें निजी वाहन, ओला-उबर अथवा ऑटो से यात्रा करनी पड़ती है। यहां तक कि इन सोसाइटी से मेट्रो स्टेशन पहुंचने के लिए भी कोई सुविधा नहीं है। जबकि एनएमआरसी मुसाफिरों की कमी से जूझ रही है। अगर इन सेक्टर से मेट्रो स्टेशन तक फीडर बसें चलाई जाएं, तो हजारों लोग रोजाना मेट्रो की यात्रा कर सकेंगे। उसका बड़ा लाभ नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को ही मिलेगा। 



मुख्यमंत्री को लिखा खत
इस संबंध में नोएडा की प्रोग्रेसिव कम्युनिटी फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि, नोएडा शहर में विभिन्न सेक्टरों में निवास कर रहे निवासियों के लिए परिवहन के साधन उपलब्ध नहीं हैं। ऐसी स्थिति में निवासियों को ओला-उबर अथवा थ्री व्हीलर से यात्रा करनी पड़ती है। अपने वाहन से चलना पड़ता है। हालांकि नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो का निर्माण किया। मगर उस मेट्रो को आज तक दिल्ली से जोड़ने वाले ब्लू लाइन मेट्रो से कनेक्ट नहीं किया गया। इस वजह से लोग एनएमआरसी द्वारा संचालित ग्रेटर नोएडा मेट्रो का ठीक से उपयोग नहीं कर पाते। 

मेट्रो स्टेशन खोले जाएं, लोगों को पहुंचने का साधन मिले
साथ ही आपके संज्ञान में यह भी लाना है कि नोएडा मेट्रो के काफी स्टेशन अभी भी बंद हैं। इन्हें चालू करना अति आवश्यक है। प्रत्येक मेट्रो स्टेशन से फीडर बस चला कर मेट्रो रूट के चारों ओर विकसित सेक्टरों के लोगों को मेट्रो स्टेशन पहुंचने की सुविधा दी जाए। साथ ही एनएमआरसी विभिन्न रूटों पर चलने वाली बसों को फिर से संचालित करे। ताकि लोग बसों के जरिए अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। एनएमआरसी को बस परिवहन सेवा को विभिन्न सेक्टरों के साथ रिंग में बनाकर परिचालन करना चाहिए। इससे लोग एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। आशा है कि इस विषय पर आपके मार्गदर्शन में उचित निर्णय लिए जाएंगे।

ठहरनी चाहिए मेट्रो
संस्था के फॉउंडर प्रेसीडेंट सुशील कुमार जैन ने कहा, एनएमआरसी प्रोजेक्ट पहले से ही नुकसान में है। क्योंकि मेट्रो की कनेक्टिविटी ब्लू लाइन से नहीं की गई। अब तो ऐसा लगता है कि जानबूझकर दोनों मेट्रो रूट को नहीं जोड़ा गया। नोएडा-ग्रेटर नोएडा रूट के 10 स्टेशनों को बंद करके 9 मिनट बचाने का क्या औचित्य है। प्राधिकरण ने कभी नोएडा के लोगों को परिवहन की स्थाई सुविधा नहीं दी। पहले सिटी बस चलाई थी, वह भी लगभग बंद है। उन्होंने आगे कहा, क्या किसी शहर में जनता बिना परिवहन साधनों के जीवन यापन कर सकती है। अधिकतर लोगों को टैक्सी आदि से मजबूरन चलना पड़ता है। लोगों को बुनियादी सुविधाएं नहीं देना जनता के प्रति उदासीनता है।

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