Tricity Today | नोएडा अथॉरिटी का नया निर्माणाधीन दफ्तर
Noida News : नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) से बड़ी खबर सामने आ रही है। सेक्टर-96 में अथॉरिटी का बन रहा नए दफ्तर का डिजाइन बनाने के लिए कंपनी की तलाश शुरू कर दी गई है। जल्द ही कंपनी का चयन कर अथॉरिटी की बिल्डिंग का डिजाइन तैयार कराया जाएगा। इच्छुक कंपनियों से 31 दिसंबर तक प्रस्ताव मांगे गए हैं। प्रस्ताव आने के बाद कंपनी का चयन किया जाएगा। नोएडा अथॉरिटी के दावों के मुताबिक, अगले महीने तक एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। इसके लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल निकाला गया है। दूसरी तरफ दफ्तर की गुणवत्ता पर उठे सवाल की जांच जारी है। आशंका जताई जा रही है कि गुणवत्ता मामले में गुणवत्ता के साथ गड़बड़ी करने वाले कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
रिपोर्ट में गुणवत्ता पर सवाल
शहर के सेक्टर-96 में नोएडा प्राधिकरण का दफ्तर बन रहा है। आईआईटी दिल्ली ने इमारत की मजबूती पर सवाल उठाए थे। साथ ही बिल्डिंग को लेकर कई सुझाव दिए थे। अब नोएडा प्राधिकरण इस इमारत की डिजाइन को बनवाएगा ताकि आईआईटी के सुझावों पर अमल किया जाएगा ताकि इमारत की मजबूती को दुरुस्त किया जा सके। गौरतलब है कि नोएडा अथॉरिटी के सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने कार्यभार संभालने के बाद नए दफ्तर का निरीक्षण किया था। मौके पर बिल्डिंग की स्ट्रक्चरल डेवलेपमेंट में बहुत खामियां हैं। उन्हें बिल्डिंग की फिनिशिंग, पिलर की स्थिति, डिजाइन स्ट्रक्चरल स्टैबिलिटी सही नहीं मिली। सीईओ ने आईआईटी (IIT) से इसकी गुणवत्ता की जांच कराने के निर्देश दिए थे। आईआईटी ने प्राधिकरण को सौंपी रिपोर्ट में कहा कि उसने इमारत के 12 हिस्सों से सैंपल लिए थे। इन हिस्सों की मजबूती कमजोर पाई गई हैं। दफ्तर की गुणवत्ता पर उठे सवाल की जांच चल रही है।
पुरानी कम्पनी को अथॉरिटी ने किया ब्लैकलिस्ट
सेक्टर-96 में नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर की नई बिल्डिंग के निर्माण का काम बीते आठ वर्ष में भी पूरा नहीं हो पाया। ऑफिस बना रही निर्माण कंपनी मैसर्स प्रतिभा इंडस्ट्री लिमिटेड को पिछले साल मई महीने में ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। काम काफी धीमी गति से चल रहा था। इसी वजह से कंपनी के खिलाफ नोएडा प्राधिकरण ने कार्रवाई की। अब यह कंपनी प्राधिकरण से जुड़े किसी भी निर्माण काम में तीन साल तक हिस्सा नहीं ले सकेगी। फिलहाल प्रोजेक्ट पर काम रुका पड़ा है। इस बिल्डिंग के निर्माण पर अथॉरिटी करीब 231 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।