Tricity Today | एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। नोएडा पुलिस (Noida Police) और एटीएस (UP ATS) की टीम ने जॉइंट ऑपरेशन में मानव तस्करी करने वाले दो म्यांमार के निवासियों को गिरफ्तार किया है। दोनों रिश्ते में भाई लगते हैं। जो काफी समय से बेहद शातिर ढंग से म्यांमार के निवासियों को भारत में प्रवेश करवा रहे थे। जांच में पता चला है कि यह आरोपी अभी तक दर्जनभर लोगों को नोएडा में प्रवेश करवा चुके हैं। जिनके पास भारत के फर्जी दस्तावेज भी हैं। पुलिस ने इस मामले में ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के परी चौक से फारूख को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा इसके भाई शाहिद को अलीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे बनवाते थे भारत के फर्जी दस्तावेज
यूपी के एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि जांच में पता चला है कि एक आरोपी म्यांमार निवासियों को बांग्लादेश सीमा से भारत लाता है और दूसरा आरोपी संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त कार्यालय में उनका पंजीकरण कराकर देश और प्रदेशों के विभिन्न शहरों में उन्हें स्थापित करता है। बाद में यह गिरोह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनके भारतीय दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट आदि तैयार कराकर उन्हें भारतीय नागरिक के रूप में विभिन्न मीट फैक्ट्रियों में मजदूर के रूप में काम दिलाता है।
अब डीएनए टेस्ट करवाया जायेगा
आरोपिय से पूछताछ में पता चला कि यह आरोपी रोहिंग्या नागरिकों को अलीगढ़, उन्नाव, मथुरा और नोएडा आदि जिलों में लाकर बसाते थे। उसके बाद इन लोगों को यहां की स्थानीय कंपनियों में लगवा देते थे। पुलिस ने बताया कि अब उत्तर प्रदेश के कई जिलों में संदिग्ध लोगों का डीएनए टेस्ट करवाया जायेगा। यह वो लोग होंगे, जो इन आरोपियों के संपर्क में होंगे। पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। जो भी लोग म्यांमार से उत्तर प्रदेश आये है। उनकी तलाश करके उनका डीएनए टेस्ट भी करवाया जायेगा। इन दोनों आरोपियों के रिश्तेदारों से भी पूछताछ की जा रही है।