Tricity Today | जॉनचाना में फीडर का शुभारंभ गांव की बच्चियों से कराया गया।
Gautam Buddh Nagar : ग्रामीण क्षेत्र को भी 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति हो सके, उसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार देहात क्षेत्र में नए फीडरों का निर्माण करा रही है। जेवर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक धीरेंद्र सिंह के प्रयास से ग्राम कलूपुरा में 65 लाख की लागत से जॉनचाना में फीडर लगाया जा रहा है। आज, 9 अक्टूबर को इसके कार्य का शुभारंभ गांव की बच्चियों से कराया गया। इस फीडर से ग्राम पचोकरा, नगला पदम, नगला श्री गोपाल, मोहम्मदपुर, दूगली, हाजीपुर, मारहरा, कलूपुरा, जौनचाना, आकलपुर, म्याना व भून्ना तगा आदि गांवों को अलग से बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
7 फीडर और बनेंगे
जो पुराना फीडर बना हुआ है, उसका उपयोग एग्रीकल्चर फीडर के रूप में किसानों को खेती की सिंचाई के लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए किया जाएगा। इसी प्रकार के एक फीडर का शुभारंभ गांव मंडी श्याम नगर में कराया गया था। इसी तरह के 7 फीडर और निर्मित किए जाने हैं, जिससे जेवर विधानसभा क्षेत्र की विधुत आपूर्ति ग्रामों में 24 घंटे सुनिश्चित की जा सके। साथ ही खेती करने वाले किसानों को भी निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल सके। इसलिए प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में यह कार्य कराया जा रहा है।
सबका विकास कर रही प्रदेश सरकार
इस मौके पर जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा, आज प्रदेश सरकार सभी क्षेत्रों को समान रूप से बिजली आपूर्ति दिए जाना सुनिश्चित कर रही है। पूर्व की सरकारों में क्षेत्र विशेष के लिए बिजली आपूर्ति का प्रबंध था। लेकिन जब से योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में बनी है, उन्होंने सबका साथ-सबका विकास की भावना से पसभी क्षेत्रों में समान आपूर्ति के निर्देश दिए हैं।"
मील का पत्थर का साबित होगा
उन्होंने आगे कहा, आज इस क्षेत्र में चकबीरमपुर गांव के समीप बनने वाला 220 केवीए का बिजली घर जेवर विधानसभा की विद्युत आपूर्ति के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। क्योंकि अभी तक विद्युत आपूर्ति जनपद बुलंदशहर व जनपद अलीगढ़ से जेवर विधानसभा में की जाती है। दिसंबर में 220 केवीए बिजली घर के शुभारंभ के पश्चात जेवर विधानसभा के पास अपना बिजली घर होगा और बेहतर विद्युत व्यवस्था व आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।
गांवों का होगा सुंदरीकरण
स्मार्ट विलेज की परिकल्पना ग्रामों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए लागू की गई हैं। इसके तहत सीवर, ड्रेनेज सिस्टम, तालाबों का सौंदर्यीकरण, सड़कों का निर्माण, पेयजल हेतु पाइप लाइनों का डालना आदि कार्य प्रथम चरण में कराए जाएंगे। जिसकी लागत लगभग 04 करोड 67 लाख रुपए होगी। दूसरे चरण में चौपाल, सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट, सामुदायिक केंद्र व बारात घर के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों को शहरों की तर्ज़ पर सुविधाएं दिए जाने का यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण का मकसद है।