डिलीटल रेप के आरोप में बुर्जुग चित्रकार गिरफ्तार, क्या आप जानते हैं डिजिटल रेप क्या है

Noida News : डिलीटल रेप के आरोप में बुर्जुग चित्रकार गिरफ्तार, क्या आप जानते हैं डिजिटल रेप क्या है

डिलीटल रेप के आरोप में बुर्जुग चित्रकार गिरफ्तार, क्या आप जानते हैं डिजिटल रेप क्या है

Tricity Today | आरोपी गिरफ्तार

Noida News : नोएडा में एक डिलीटल रेप का मामला प्रकाश में आया है। रविवार को नोएडा पुलिस ने यह जानकारी दी। डिजीटल रेप के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं। नोएडा के सेक्टर-39 क्षेत्र में रहने वाला बुर्जुग चित्रकार अपनी नाबालिग नौकरानी से पिछले सात सालों से डिलीटल रेप कर रहा था। अब किशोरी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी चित्रकार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट में भी कार्यवाही की जा रही है।

किशोरी ने चित्रकार की कई वीडियो और ऑडियो पुलिस को दीं
नोएडा के सेक्टर-39 थाना प्रभारी राजीव बालियान ने बताया कि मूल रूप से इलाहबाद के निवासी चित्रकार मौरिस राईडर (80 वर्ष) अपनी एक महिला दोस्त के साथ सेक्टर-46 में रहते हैं। आरोपी की महिला दोस्त के संरक्षण में एक 17 वर्षीय किशोरी रहती है। किशोरी उनके यहां घरेलू सहायिका का काम करती है। किशोरी का आरोप है कि पिछले कई सालो से आरोपी मौरिस राईडर उसके साथ यौन शोषण कर रहा है। किशोरी ने शिकायत करते हुए बताया कि जब वह दस साल की थी तभी से यहां रह रही है। उसने आरोपी की कई वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी पुलिस को दी हैं। जिसके बाद पुलिस ने किशोरी को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा है। 

लड़की की शिकायत पर आरोपी बुजुर्ग रविवार को उसके निवास सेक्टर-46 से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धारा 376, 323, 506 और पोक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे जिला न्यायालय में पेश किया। जिला न्यायालय में अपराध की प्रवृत्ति गंभीर मानते हुए मॉरिस राइडर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

क्या होता है डिजीटल रेप
नोएडा में डिजिटल रेप के मुकदमे में गिरफ्तारी की खबर के बाद नोएडा के लोगों और पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों में भी इसके बारे में जानने की उत्सुकता दिखाई दी। लोगों ने गूगल पर सर्च किया और इसके बारे में जानकारी एकत्र की। जो वह समझ रहे तो यह जानकारी उसे बिल्कुल अलग निकली। इस डिजीटल रेप का मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस से कोई लेना लेना ही नहीं है। डिजिटल रेप का मतलब यह नहीं कि, किसी लडक़ी या लडक़े का शोषण इंटरनेट के माध्यम से किया जाए। यह शब्द दो शब्दों यानि डिजिटल और रेप से बना है। अंग्रेजी के डिजिट का मतलब जहां अंक होता है वहीं अंग्रेजी शब्दकोश के मुताबिक उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली इन शरीर के अंगों को भी डिजिट से संबोधित किया जाता हैं। यानि यह बलात्कार की वह स्थिति है जिसमें उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली का इस्तेमाल नाजुक अंगो पर किया गया हो। डिजिटल रेप कहा जाता है।

बच्चों को बैड टच और गुड टच के माध्यम से भी बताया जा रहा है डिजीटल रेप
डिजीटल रेप को लेकर भी सोशल मीडिया पर पिछले पांच सालों से जागरूकता फैलाई जा रही है। ऐसा जब हुआ जब 2016 में स्कूल से पढ़ कर घर लौटते वक्त स्कूल बस के कंडक्टर ने केजी में पढऩे वाली बच्ची के साथ बस में यौन शोषण किया। बच्ची के साथ हुई इस घिनौनी हरकत को जानने के बाद बच्ची के माता-पिता का गुस्सा फूटा और उन्होंने इंसाफ पाने के लिए कई प्रदर्शन किए। इसी के चलते उस समय सोशल मीडिया पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर कैंपेन भी चलाए गए। आरोपी कंडक्टर को बीस साल की सजा सुनाई गई। इसके बाद से ही  मासूम बच्चों के साथ हो रहे अत्याचारों से उन्हें अवगत कराने के लिए प्ले स्कूलों, प्राइमरी स्कूलों में कई तरह की मुहीम भी चलाई जा रही हैं और डिजिटल रेप के बारे में जानकारी भी दी जा रही है।

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