Noida News : नोएडा के कैलाश अस्पताल में बुधवार की देर रात हंगामा चल रहा है। अस्पताल के डॉक्टरों पर दिल्ली की एक प्रसव पीड़ित महिला का दो बार गलत ऑपरेशन करने का आरोप है। जिसके चलते महिला और उसके नवजात शिशु को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा है। प्रसव पीड़ित महिला की हालत बिगड़ती देखकर परिवार के लोगों ने डॉक्टरों से सवाल किया। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर परिवार की महिलाएं बुरी तरह रो रही हैं। दूसरी ओर परिजन अस्पताल में हंगामा कर रहे हैं। सूचना मिलने पर प्रसूति एवं महिला रोग विभाग की एचओडी डॉ.उमा शर्मा मौके पर पहुंचीं। इसके बाद खुद डॉ.महेश शर्मा अस्पताल पहुंचे हैं।
BIG BREAKING : नोएडा के कैलाश अस्पताल में हंगामा, डॉक्टरों पर जच्चा-बच्चा का दो बार गलत ऑपरेशन करने का आरोप #Noida#Kailashhospital#Video
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली में न्यू अशोक नगर की रहने वाली एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर नोएडा के सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल में भर्ती किया गया था। परिजनों का आरोप है कि कैलाश अस्पताल के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। गर्भवती महिला का गलत तरीके से ऑपरेशन किया गया है। अब जच्चा-बच्चा की हालत नाजुक है। दोनों को वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा है। अब करीब आठ दिन बाद बिना किसी को बताए डॉक्टरों ने दोबारा ऑपरेशन कर दिया। पहले गलत ऑपरेशन को सुधारने के लिए बिना बताए दोबारा ऑपरेशन किया गया है। जिससे महिला और नवजात शिशु की हालत बिगड़ गई है। उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा है। महिला के परिजनों सहित दर्जनों लोग अस्पताल के बाहर हंगामा कर रहे हैं।
पहले उमा शर्मा और फिर महेश शर्मा अस्पताल पहुंचे
कैलाश अस्पताल में चल रहे हंगामे की जानकारी मिलने पर पहले प्रसूति एवं महिला रोग विभाग की मुखिया डॉ.उमा शर्मा मौके पर पहुंचीं। उमा शर्मा से महिला के परिजनों ने तमाम सवाल-जवाब किए। परिजनों का कहना है कि डॉ.उमा शर्मा हमें संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं। इसके बाद गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा अपने अस्पताल पहुंचे। डॉ.महेश शर्मा के सामने परिवार की महिलाएं फूट-फूट कर रोने लगीं। दूसरी ओर परिवार के सदस्य उनसे सवाल करने लगे। इस दौरान सांसद के सिक्योरिटी गार्ड उन्हें घेरकर खड़े हो गए।
परिजनों का आरोप है, "हमें डराने की कोशिश की जा रही है। पूरे मामले को दबाया जा रहा है। सांसद के साथ आए सुरक्षाकर्मियों ने धक्का-मुक्की की है। अगर डॉक्टर महेश शर्मा सांसद हैं तो वह जवाब देने से नहीं बच सकते हैं। उन्हें अस्पताल में सांसद नहीं डॉक्टर या अस्पताल के मालिक की हैसियत से बात करनी चाहिए। उनके अस्पताल और डॉक्टरों की घोर लापरवाही के कारण हमारे परिवार के 2 सदस्य मौत के मुहाने पर खड़े हुए हैं। ऐसे में भी महेश शर्मा चाहते हैं कि हम प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उनसे दूर खड़े होकर बात करें।"
हंगामा बढ़ता देखकर पुलिस को बुलाना पड़ा
हंगामा बढ़ता देखकर डॉ.उमा शर्मा मौके से चली गईं। इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो खुद महिला के परिजनों ने बनाई हैं। जिसमें देखा जा सकता है कि परिवार के सदस्य डॉ.उमा शर्मा से सवाल कर रहे हैं। जब वह उन्हें छोड़ कर जा रही हैं तो परिजन बार-बार कहते हैं कि मैडम आप इस तरह हमें छोड़कर नहीं जा सकती हैं।हंगामा बढ़ता देखकर अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। नोएडा पुलिस अस्पताल में पहुंची है। परिजनों से बातचीत की जा रही है।
'हमें बिना बताए डॉक्टरों ने दोबारा ऑपरेशन कर दिया'
कैलाश अस्पताल में भर्ती महिला का नाम आकांक्षी गुप्ता है। उसकी उम्र 24 साल है। आकांक्षी के भाई गौरव ने बताया कि 1 सितंबर को ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी। फिर तबीयत बिगड़ने लगी। अब 6 दिन बाद हमें बिना बताए इमरजेंसी में डॉक्टरों ने दोबारा ऑपरेशन कर दिया। फिलहाल बच्चा नार्मल है, लेकिन आकांक्षी की तबीयत बेहद नाजुक है। गौरव ने बताया कि आकांक्षी का पति आशू गुप्ता केमिस्ट है। वह दिल्ली में केमिस्ट शॉप चलाता है। गौरव का कहना है कि हम लोग कैलाश अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाना चाहते हैं। हमने अभी कोई लिखित शिकायत नहीं दी है। जल्दी ही पुलिस को लिखित शिकायत देंगे। मौके पर पुलिस मौजूद है।