प्रसिद्ध उपन्यासकार सुरेंद्र मोहन पाठक को शारदा हॉस्पिटल में मिला बेड

बड़ी खबर: प्रसिद्ध उपन्यासकार सुरेंद्र मोहन पाठक को शारदा हॉस्पिटल में मिला बेड

प्रसिद्ध उपन्यासकार सुरेंद्र मोहन पाठक को शारदा हॉस्पिटल में मिला बेड

Tricity Today | Surendra Mohan Pathak

प्रसिद्ध साहित्यकार और उपन्यासकार सुरेंद्र मोहन पाठक को ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा कोविड हॉस्पिटल में बेड मिल गया है। सोमवार की सुबह पता चला था कि वह कोरोना से संक्रमित हैं। हालांकि लाख जतन के बावजूद उन्हें किसी अस्पताल में बेड नहीं मिल रहा था। इसके बाद सोशल मीडिया पर कई बड़े पत्रकारों ने उनके लिए बेड की गुहार लगाई थी। ट्राइसिटी टुडे ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। सुरेंद्र मोहन पाठक हिंदी के मशहूर उपन्यसकार हैं और 300 से ज्यादा थ्रीलर उपन्यास की रचना कर चुके हैं।

थोड़ी देर पहले गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने कहा कि, “सुरेंद्र मोहन पाठक को शारदा हॉस्पिटल में भर्ती कर लिया गया है। उनका इलाज किया जा रहा है। हम उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हैं।” बताते चलें कि 88 वर्ष के सुरेंद्र मोहन पाठक हिंदी के मशहूर उपन्यासकार हैं। आज सुबह जैसे ही सोशल मीडिया पर यह खबर फैली कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, उनके शुभचिंतकों ने उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराने के लिए अभियान छेड़ दिया। अब उन्हें ग्रेटर नोएडा के शारदा कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

यूपी में टूट रहे हैं रिकॉर्ड
सोमवार को एक बार फिर गौतमबुद्ध नगर, लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी और गाजियाबाद समेत प्रदेश भर के जिलों में बड़ी संख्या में नए मामले सामने आए हैं। गौतमबुद्ध नगर में पिछले 24 घंटों के दौरान 425 नए मरीज रिपोर्ट किए गए हैं। महामारी के चलते 3 लोगों की मौत हो गई है। अब तक जिले में 106 लोग मर चुके हैं। जिले में इस वक्त 3,338 मरीज हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का तो बुरा हाल हो गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान 5,897 लोग वायरस की चपेट में आए हैं। इस वक्त 50,964 लोग संक्रमण से बीमार हैं। सोमवार को शहर में 22 लोगों की मौत हुई है। प्रयागराज में 1,576 नए मामले आए हैं और 9 लोगों की मौत हो गई है। अभी जिले में 15,950 सक्रिय मामले हैं। कानपुर नगर में 1,365 लोग और संक्रमित हो गए हैं, 18 लोगों की मौत हो गई हैं। अब तक कानपुर नगर में 960 लोग इस महामारी के कारण मर चुके हैं।

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