Tricity Today | नोएडा बॉर्डर पर किसानों ने धूमधाम से किया नववर्ष का स्वागत
केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-नोएडा सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शुक्रवार को नए साल का स्वागत अलाव, लोक गीत, खीर और अपने स्वास्थ्य की जांच के साथ की। भारतीय किसान यूनियन (भानू) और भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) के सदस्य दिसंबर के पहले सप्ताह से ही चिल्ला बोर्डर और दलित प्रेरणा स्थल पर डटे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में खासा प्रभाव रखने वाले दोनों संगठन संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल नहीं हैं जिसके तहत 40 किसान संगठन नए कानूनों के विरोध में दिल्ली के सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बोर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि दोनों संगठनों ने संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा उठाए गए मुद्दों का समर्थन किया है। बीकेयू (लोक शक्ति) से जुड़े दर्जनों किसानों ने दलित प्रेरणा स्थल पर नए साल का स्वागत किया। उन्होंने भीषण सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा लिया और लोक गीतों का आनंद लिया।
इस धड़े के प्रवक्ता शैलेश कुमार गिरी ने कहा, ''दिन में हमने अपने समर्थकों और सदस्यों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की थी, उनमें से कुछ ने बेचैनी और परेशानी होने की शिकायत की थी। उसके बाद नए साल के मौके पर हम सब के लिए खीर की व्यवस्था की गयी।
उधर चिल्ला बोर्डर पर बीकेयू (भानू) के 11 सदस्यों ने नए कानूनों के विरोध में उपवास रखा। इस दौरान धड़े के प्रमुख ठाकुर भानु प्रताप सिंह सहित कई अन्य लोग भी प्रदर्शन स्थल पर मौजूद रहे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि चिल्ला के रास्ते नोएडा-दिल्ली लिंक रोड लोगों के लिए आंशिक रूप से बंद है। दिल्ली से नोएडा के लिए यातायात की अनुमति थी लेकिन दूसरी ओर से रास्ता बंद था।