Tricity Today | नोएडा में 150 कांग्रेसियों पर एफआईआर
- कांग्रेस नेता पुरुषोत्तम नागर, सहाबुद्दीन और अनिल यादव सहित 15 पर मुकदमा दर्ज
- बिजली कनेक्शन की समस्या को लेकर हाईवे पर किया था प्रदर्शन
- मुकदमा दर्ज होने पर कांग्रेसियों का फूटा गुस्सा
- आम जनता की आवाज उठाना सरकार के लिए अपराध : अनिल यादव
नोएडा सोरखा स्थित डूब क्षेत्र की बिजली कनेक्शन की समस्या को लेकर दो दिन पहले सोरखा एफएनजी पर कॉलोनी वासियों ने जाम लगा दिया था। उसको लेकर पुलिस ने थाना सेक्टर-49 मे एक मुकदमा दर्ज किया है। जिसमे युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम नागर, महानगर अध्यक्ष सहाबुद्दीन और कांग्रेस नेता अनिल यादव सहित 15 लोगों पर विभिन्न धाराओं मैं मुकदमा दर्ज किया है ।
युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम नागर ने कहा कि झूठे वादे करके यहाँ चुनाव जीतने वाले जनप्रतिनिधियों की हताशा साफ नजर आ रही है। जब बिजली कनेक्शन के लिए डूब क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को हमने उठाया तो हम लोगों को डराने के लिए मुकदमा दर्ज किया गया है। लेकिन हम प्रियंका गांधी के सिपाही जनमानस की बात को उठाने वाले लोग इनसे डरने वाले नही हैं। डूब क्षेत्र के लोगों के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
महानगर अध्यक्ष सहाबुद्दीन ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर मुकदमा दर्ज हुआ है। मूलभूत मुद्दों को उठाना अगर अपराध है तो हम राहुल जी के सिपाही इसको हमेशा उठाते रहेंगे। कांग्रेस नेता अनिल यादव ने कहा कि पूरी तरह से तानाशाही चल रही है। आप हम लोगों पर मुकदमा कर दो लेकिन जो डूब क्षेत्र मे जनता गर्मी में बेहाल जीने को मजबूर है, उन कॉलोनी वासियों पर मुकदमा दर्ज करके सरकार ने अंग्रजों को भी पीछे छोड़ दिया है। 150 से ज्यादा महिलाओं पर भी कार्रवाई की बात की गयी है।
कच्ची कॉलोनियों में बिजली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था
आपको बता दें कि दो दिनों पहले नोएडा कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नोएडा की कच्ची कॉलोनियों में बिजली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान अनिल यादव ने कहा, "नोएडा की गिनती देश के विकसित शहरों में होती है। उत्तर प्रदेश सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व यहीं से मिलता है। इसके बावजूद नोएडा शहर में कच्ची कॉलोनियों की भरमार है। लाखों परिवार नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। कोई इस बात को सुनकर हैरान रह जाएगा कि नोएडा जैसे शहर में लाखों परिवार बिजली से महरूम हैं। इन लोगों ने मुख्यमंत्री से लेकर ऊर्जा मंत्री और तमाम अफसरों को पत्र व्यवहार किया है।