Noida : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रह रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। मई से यहां करीब 26 सेक्टरों में रहने वाले लोगों को गंगा जल मिलेगा। करीब छह लाख लोगों को इससे फायदा मिलेगा। उनके घर तक गंगा जल पहुंचेगा। इससे लोगों की पीने के पानी की समस्या हल होगी। गाजियाबाद में स्थित नए प्लांट से नोएडा में गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी। इसमें से 90 एमएलडी गंगाजल नोएडा और 30 एमएलडी सिद्धार्थ विहार को दिया जाएगा। इसकी जानकारी परियोजना प्रबंधन ने दी है।
परियोजना पर 304 करोड़ रुपए खर्च
जल निगम के अधिकारी ने बताया कि नए प्लांट तक गंगाजल लाने के लिए जल निगम ने 15 सौ एमएम व्यास की 20 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई है। इसके साथ ही एनएच-9 के पास सात किलोमीटर पाइपलाइन भी बिछाई गई है। नोएडा की कॉलोनियों में गंगाजल आपूर्तिकी जिम्मेदारी नोएडा अथॉरिटी की होगी। जबकि सिद्धार्थ विहार में यह काम आवास विकास परिषद द्वारा किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का निर्माण उत्तर प्रदेश जल निगम कलवार रही है। परियोजना पर 304 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है। इसमें 228 करोड़ रुपए प्राधिकरण खर्च कर रहा है। जल निगम द्वारा 120 एमएलडी क्षमता वाले प्लांट का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
50 आवासीय सेक्टर तक पहुंचाने का लक्ष्य
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, नोएडा में लगभग 50 आवासीय सेक्टर हैं, जहां प्राधिकरण गंगा जल आपूर्ति करने की योजना है। क्योंकि इन सेक्टरों में खारे पानी की शिकायत है, जो पीने के लायक नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि शेष सेक्टरों को गंगा जल आपूर्ति से जोड़ने के लिए पानी की पाइपलाइन बिछाने की योजना बना रहे हैं।
गंगाजल की बढ़ाई जाएगी मात्रा : सीईओ
सीईओ ने रितु माहेश्वरी ने कहा कि दो मुख्य मुद्दे हैं, जिन पर ध्यान दिया जा रहा है। पहला मुद्दा उन 22 सेक्टरों में पानी की गुणवत्ता और दबाव में सुधार करना है, जहां गंगा जल की आपूर्ति की जा रही है। दूसरा मुद्दा गंगा जल आपूर्ति को नए आवासीय क्षेत्रों में पहुंचाना है। साथ ही शहर की पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए 60% भूजल के साथ 40% गंगा जल मिला रहा है। अथॉरिटी का मकसद है कि परियोजना के पूरे क्षेत्र को कवर करने के बाद पानी में गंगाजल की मात्रा बढ़ाई जाएगी।
इन सेक्टरों को मिलेगा फायदा
इस परियोजना से 26 सेक्टरों के लाखों लोगों को गंगाजल की आपूर्ति की जा सकेगी। इसमें सेक्टर-122, 128, 130, 131,133, 134, 135, 137, 143, 144, 145, 143बी,146, 147, 151 और 168 शामिल है। इन सेक्टरों में करीब 6 लाख लोग रहते है। साथ ही इनमें से कुछ सेक्टर औद्योगिक विकास के है।