Noida News : ओडिशा से नोएडा समेत एनसीआर में गांजा लाकर तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। तस्कर अपनी तस्करी को पुलिस से बचाने के लिए डंपर के आगे एक कार लेकर चल रहे थे, जिसमें न्याय विभाग की नेमप्लेट भी लगा थी। इस गिरोह का खुलासा एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की डिप्टी एसपी डॉक्टर बीनू सिंह की अगुवाई में किया गया। इस ऑपरेशन को लेकर टीम काफी समय से जानकारी जुटा रही थी। गिरोह के सदस्य ओडिशा से सस्ते दामों में गांजा लाकर एनसीआर के विभिन्न शहरों में बेचते थे।
9 करोड़ से अधिक बताई जा रही पकड़े गए गांजे की कीमत
जानकारी के अनुसार, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम ने कानपुर नगर से तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान तस्करों के पास 18 क्विंटल 30 किलो गांजा बरामद किया गया। पकड़े गए गांजे की बाजार में कीमत लगभग 9 करोड़ रुपये बताई जा रही है। गांजे के साथ-साथ तस्करों से डंपर और ईको स्पोर्ट्स कार भी बरामद की गई। पकड़े गए आरोपियों में एक व्यक्ति आजमगढ़ जिला न्यायालय में रिकॉर्ड कीपर के पद पर तैनात था। बताया जा रहा है कि बरामद ईको स्पोर्ट्स कार भी उसी की थी।
नोएडा सहित एनसीआर में करते थे सप्लाई
गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में बताया कि वह ओडिशा से सस्ते दामों पर गांजा लाकर नोएडा और एनसीआर के अन्य शहरों में बेचने का काम करते थे। इस तस्करी के जरिए वे भारी मुनाफा कमाते थे। डिप्टी एसपी डॉक्टर बीनू सिंह के अनुसार, गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद, अब पुलिस नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करेगी। इस गिरोह के भंडाफोड़ से इलाके में नशीले पदार्थों की तस्करी पर काबू पाने में मदद मिलेगी।