Kisan Andolan : केंद्र सरकार के कृषि कानूनों (Farmers Law) के खिलाफ किसानों के आंदोलन को छह महीने पूरे हो गए। भारतीय किसान यूनियन (bhartiya Kisan Union) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने मंगलवार को काला दिवस मनाने की घोषणा की थी। नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में किसानों ने काले झंडे लेकर प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के पुतले फूंके हैं। किसानों के विरोध के मद्देनजर दोनों जिलों में पुलिस हाईअलर्ट पर है।
गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर तगड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ
विरोध प्रदर्शन की शुरुआत मंगलवार की सुबह गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर से हुई। यहां भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का धरना चल रहा है। युवा किसानों की भीड़ ने हाथों में काले झंडे लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बुजुर्ग किसानों ने काली पगड़ी पहनकर विरोध जाहिर किया है। करीब दो घंटे तक किसानों का प्रदर्शन चला। किसानों ने एक बार फिर ऐलान किया है कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कानून वापस नहीं लेगी यह आंदोलन चलता रहेगा।
नोएडा में किसानों ने जुलूस निकला, ज्ञापन भी सौंपा
गौतमबुद्ध नगर में भी किसानों ने कड़ा विरोध जाहिर किया है। नोएडा के सेक्टर-18 में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर काला दिवस मनाया। मौके पर भारी पुलिस मौजूद रही। किसानों ने बाजार में घूमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी। पुलिस अफसरों ने किसानों से बातचीत की और घर वापस भेजा।
नोएडा के होशियारपुर गांव में भारतीय किसान संगठन ने कानूनों के खिलाफ नारेबाजी की और काला दिवस मनाया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा कि सरकार तीन काले कानून लेकर आई है। इनका विरोध जारी रहेगा। संगठन ने पुलिस को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा है।
ग्रेटर नोएडा में पुतला फूंका और बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया
ग्रेटर नोएडा के दनकौर कस्बे में भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अनित कसाना के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। दादरी और जेवर के गांवों काले झंडे लगाए गए। किसानों ने केंद्र सरकार के पुतले भी जलाए हैं। नोएडा महानगर अध्यक्ष परविंदर अवाना के नेतृत्व में नोएडा, दादरी और जेवर के चौराहों पर भारत सरकार का पुतला फूंका गया है। काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया।
किसान एकता संघ ने दनकौर में क़ानूनों का विरोध किया। यहां किसानों ने काली पट्टी बांधकर सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन किया। संगठन के जिला अध्यक्ष कृष्ण नागर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को डराना चाहती है। लेकिन जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे तब तक विरोध जारी रहेगा। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान, देशराज नागर, रमेश कसाना, अखिलेश प्रधान, जगदीश शर्मा, सतीश कनारसी, मोहनपाल नागर, प्रमोद गुर्जर, बिज्जन नागर, जयप्रकाश नागर, कृष्ण नागर, आंशु अट्टा, वीके चौधरी, प्रेमवीर मलिक, ओमबीर समसपुर, आदेश गोयल, लोकेन्द्र मुगदल, हेमी बीडीसी सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।