बच्चों पर पुष्प वर्षा करके स्कूलों में हुआ स्वागत, एक साल बाद स्कूल पहुंच कर खिलखिलाए मासूम

गौतमबुद्ध नगर: बच्चों पर पुष्प वर्षा करके स्कूलों में हुआ स्वागत, एक साल बाद स्कूल पहुंच कर खिलखिलाए मासूम

बच्चों पर पुष्प वर्षा करके स्कूलों में हुआ स्वागत, एक साल बाद स्कूल पहुंच कर खिलखिलाए मासूम

Tricity Today | पहले दिन कोरोना गाइडलाइन का पालन किया गया

  • पहले दिन को खास बनाने के लिए अपनाए गए अनूठे तरीके
  • कुछ विद्यालयों में टॉफी-बिस्किट बांटे गए
  • कोरोना महामारी गाइडलाइन का पूरी तरह हुआ पालन
कोरोना महामारी से थमी जिंदगी अब रफ्तार पकड़ने लगी है। उच्च प्राथमिक, हाईस्कूल, इंटरमीडियट और कॉलेजों में पढ़ाई पहले ही शुरू हो गई थी। अब करीब 11 महीने के लंबे अंतराल के बाद सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित कक्षा 1 से 5 के विद्यालय खुले। हालांकि इस दौरान कोविड-19 की सभी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया गया। नन्हें बच्चों का स्कूल पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। बच्चों पर पुष्प वर्षा की गई। बिस्किट और टॉफी देकर उनके पहले दिन को खास बनाया गया। बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि पहले दिन बच्चों की संख्या औसतन कम रही। मगर आने वाले दिनों में बच्चों की संख्या बढ़ेगी। 

करीब एक साल से बंद थे स्कूल
कोरोना संक्रमण की वजह से गत वर्ष 17 मार्च, 2020 से प्रदेश के सभी प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दिया गया था। गत अक्तूबर में नौवीं से 12वीं तक के स्कूल खोलने की मंजूरी मिली। कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई तो 10 फरवरी से पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को खोलने का निर्णय लिया गया। तीसरे चरण में सोमवार को प्राथमिक विद्यालय खोले गए हैं। हालांकि शहर के निजी स्कूलों के अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के लिए पूर्ण रूप से सहमत नहीं हैं। इसलिए कई स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में वक्त लगेगा। मगर अधिकतर सरकारी स्कूलों में बच्चे पहले दिन पढ़ाई के लिए पहुंचे।


 
बच्चों का हुआ अनूठा स्वागत
ग्रेटर नोएडा के उच्च प्राथमिक स्कूल घंघौला की सहायक अध्यापिका शबनम अधाना ने बताया कि बच्चों का स्कूल आने पर शिक्षकों ने स्वागत किया। सभी बच्चों को दूरी का ध्यान रखते हुए माला पहनाकर उनके दिन को खास बनाया गया। सभी बच्चों को मास्क और सेनेटाइजेशन वितरित किए गए। सभी बच्चों को संक्रमण के दौरान मास्क लगाए रखने के लिए प्रेरित किया गया। 

रोजा जलालपुर स्थित प्राथमिक स्कूल की सहायक अध्यापिका दीपशिखा शर्मा ने बताया कि पहले दिन कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए क्लास शुरू की गई। बच्चों को वेलकम कार्ड देकर स्वागत किया गया। सभी को मास्क और सेनेटाइजर वितरित किए गए। उन्होंने बताया कि पहले एक और पांचवी क्लास के बच्चे आए। गाइडलाइन के मुताबिक क्लास में सोशल डिस्टेसिंग का खास ध्यान रखा गया।



संपूर्ण जिले में दिखा उत्साह
प्राथमिक शिक्षक संघ के मंडल संगठन मंत्री मेघराज सिंह भाटी ने भी बात की। जनपद के बिसरख, दनकौर, दादरी और जेवर के प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों का जोरदार स्वागत किया गया। स्कूल पहुंचे बच्चों का तिलक लगाया गया। कुछ विद्यालयों में छात्रों पर पुष्प वर्षा की गई। ज्यादातर विद्यालय में बच्चों को टॉफियां-बिस्किट देकर नए सत्र का स्वागत किया गया। बच्चों ने भी करीब एक साल बाद स्कूल के पहले दिन को खूब इंज्वॉय किया। 



शिक्षक पूरी तरह तैयार हैं
प्राथमिक शिक्षक संघ दादरी के प्रवक्ता भूपेन्द्र नागर ने बताया कि स्कूल इतने लंबे समय बाद खुलने का असर छात्रों व शिक्षकों पर साफ दिखाई दिया। सभी छात्रों व शिक्षकों में उत्साह दिखाई दिया व शिक्षकों ने अपने छात्रों को टीका लगाकर व गिफ्ट देकर क्लासरूम मे उनका स्वागत किया। विद्यालय के सभी कक्षा कक्षों को सजाया गया। शिक्षक संघ दादरी के अध्य्क्ष रवि भाटी का कहना है कि विषम कोरोना काल में परिस्थितियों में शिक्षकों ने हर क्षेत्र में सरकार को सहयोग किया है।

आगामी दिनों बढ़ेगी संख्या
अब शिक्षक विद्यालयों के खुलने पर अपने कर्तव्य के निर्वहन के लिए सभी गाइडलाइन का पालन करते हुए तैयार है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी धीरेंद्र कुमार ने बताया कि पहले दिन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या कम रही। जिस हिसाब से बच्चों को स्वागत किया गया है उससे स्कूलों में बच्चों की संख्या आने वाले दिनों में बढ़ने की उम्मीद है। सभी विद्यालय में पढ़ाई शुरू हो गई है।

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