Tricity Today | धर्म गुरुओं से मिले पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह
नोएडा पुलिस और जिला प्रशासन ने धर्म गुरुओं के साथ की बैठक
सोशल मीडिया पर फर्जी खबर फैलाने वाले के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही
जिलेभर के 250 से ज्यादा धर्मगुरुओं ने इस बैठक में हिस्सा लिया
विदेशी और देश विरोधी ताकतों से सावधान रहने की अपील की
Noida News : देश और उत्तर प्रदेश में बीते जुम्मे की नमाज़ के बाद हिंसा हुई। पिछले दिनों दिल्ली में बड़ी हिंसा हुई। इन दोनों हिंसक घटनाओं से गौतमबुद्ध नगर पूरी तरह अछूता रहा। दरअसल, पिछले करीब एक साल से पुलिस आयुक्त आलोक सिंह (Alok Singh IPS) जमकर होमवर्क कर रहे हैं। इसी सिलसिले में सोमवार को पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी ने सभी धर्म गुरुओं के साथ एक मीटिंग का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने कहा कि किसी भी समाज में कोई असामाजिक तत्व दिखाई दे या सोशल मीडिया पर फर्जी खबर वायरल करे तो उसके बारे में तत्काल जानकारी दें। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा, "देश को तोड़ने के लिए विदेशी और देश विरोधी ताकतें पुरजोर कोशिश कर रही हैं। इसका हमें ध्यान रखना होगा और उनके खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी पड़ेगी।"
कमिश्नर और डीएम के साथ सैकड़ों धर्मगुरु बैठक में शरीक हुए
सैकड़ों की संख्या में धर्मगुरुओं के साथ सोमवार को नोएडा के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह और डीएम सुहास एलवाई ने सेक्टर-108 पुलिस कमिश्नरेट सभागार में बैठक की। जिसमें जिले के सभी धर्मगुरुओं ने अपनी-अपनी बात रखीं। किस तरह समाज में शांति बनेगी, इस पर अपनी सहमति बनाई गई।पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने कहा, "इस बैठक का मकसद जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखना है। सहयोग करने के लिए आप सभी को बुलाया गया है।धर्मगुरुओं की बात समाज के सभी लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसलिए आज यह मीटिंग की गई है।" आयुक्त ने आगे कहा, "हमारे देश को तेजी से आगे बढ़ता देखकर तोड़ने के लिए विदेशी और आंतरिक देश विरोधी ताकतें पुरजोर कोशिश कर रही हैं। हमें इस बात को समझना होगा और इससे बचने के लिए हमें बड़ी समझदारी से काम लेना होगा। हमारे समाज में अगर कोई ऐसा संदिग्ध व्यक्ति या असामाजिक तत्व है, जो कोई वीडियो-ऑडियो सोशल मीडिया पर डालता है, जिससे समाज में भ्रामकता फैलती है तो आप तुरंत पुलिस को सूचना दें।
असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी पुलिस
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने धर्म गुरुओं को संबोधित करते हुए कहा, "समाज में भ्रांति पैदा करने वाले और सोशल मीडिया के जरिए भड़काऊ तथ्य पेश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" सभी धर्म गुरुओं को अपने-अपने धर्म स्थान पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और उनसे निगरानी रखने की अपील आयुक्त ने की है।पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने श्रीलंका का उदाहरण देते हुए सभी धर्म गुरुओं को समझाया कि किस तरह धार्मिक कट्टरता के चलते लेकर वह देश चीनी और पेट्रोल सहित तमाम खाद्य पदार्थों के लिए मोहताज हो गया है। इससे हमें सीखना चाहिए और हमें हमारे देश के बारे में विचार करके इन ताकतों के खिलाफ लड़ना चाहिए।
बैठक में कमिश्नर आलोक सिंह ने सोशल मीडिया पर धार्मिक पोस्ट करने से बचने के लिए कहा और चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर फर्जी खबर फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। किसी भी धर्म के आयोजन या इबादत में पुलिस कोई हस्तक्षेप नही करेगी लेकिन धर्म के आड़ में लगत काम करने वालो को पुलिस नहीं छोड़ेगी। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा, "हम सभी सहिष्णु और लोकतांत्रिक देश के नागरिक हैं। हम सभी को अपने-अपने धर्मों को मानने का पूरा हक है। अपने ईश्वर की पूजा करने का अधिकार हमें हमारा संविधान देता है। लेकिन किसी भी तरह से धार्मिक गतिविधियों की आड़ में कानून-व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने और शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।"
एक साल से धर्मगुरुओं से रफ्ता बनाए हुए हैं पुलिस कमिश्नर
पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह कि यह धर्म गुरुओं के साथ कोई पहली बैठक नहीं है। पिछले एक वर्ष के दौरान कई मौकों पर वह धर्म गुरुओं को बुलाकर बातचीत कर चुके हैं। जिसके अच्छे परिणाम भी देखने को मिले हैं। पिछले एक वर्ष के दौरान दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई हिंसक वारदात हुईं। इस दौरान गौतमबुद्ध नगर पूरी तरह शांतिपूर्ण बना रहा। पिछले सप्ताह जुमे की नमाज के बाद उत्तर प्रदेश समेत देशभर के तमाम शहरों में हिंसक झड़पें हुईं। पिछले महीने दिल्ली में बड़ी हिंसक घटनाएं हुईं। सीमावर्ती जिला होने के बावजूद गौतमबुद्ध नगर में कोई प्रभाव नहीं पड़ा। धर्म गुरुओं के साथ निरंतर दोहरा संवाद बनाए रखने से यह कामयाबी मिली है।