गौतमबुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नरेट (Noida Police Commissionerate) सिस्टम लागू होने के बाद कई ख़ास इनिशिएटिव लिए गए हैं। इनमें एक ख़ास क्लीनिक भी शामिल है। इस क्लीनिक में डॉक्टर पुलिस वाले ही हैं। क्लीनिक के मरीज तलाक मांगने वाले पति-पत्नी हैं। यह ख़ास क्लीनिक रिश्तों की दरार में 'भरोसे के रंग' भर रहा है। मजेदार बात यह है कि दवा के तौर पर इन 'मरीजों' को पुलिस वाले डॉक्टर केक खिलाते हैं।
हम ग्रेटर नोएडा के थाना नाॅलेज पार्क में स्थित Family Dispute Resolution Clinic की बात कर रहे हैं। इस क्लीनिक के माध्यम से गौतमबुद्ध नगर पुलिस पारिवारिक विवाद निस्तारण करवा रही है। यह क्लीनिक शानदार काम कर रहा है और लगातार नई मिसाल कायम कर रहा है। इस क्लीनिक में शुक्रवार को 4 दंपति परिवारों के बीच संवाद करवाया गया है। उनके रिश्तों को टूटने से बचाया है। खुशी के इस मौके पर सभी ने केक काटकर खुशी मनाई।
थाना नाॅलेजपार्क में स्थित {Family Dispute Resolution Clinic} के माध्यम से पारिवारिक विवाद निस्तारण में लगातार नई मिसाल कायम करते हुए आज 04 दंपति परिवार के बीच संवाद कराकर उनके रिश्तों को टूटने से बचाया तथा खुशी के इस मौके पर सभी ने केक काटकर खुशी मनाई।@Uppolice@VrindaShukla_pic.twitter.com/fMV4P8jLIO
— POLICE COMMISSIONERATE GAUTAM BUDDH NAGAR (@noidapolice) February 19, 2021
इस इनिशिएटिव के बारे में गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने कहा, "समाज की सबसे छोटी इकाई परिवार है। अच्छे समाज के लिए स्वस्थ परिवार की बड़ी जरूरत है। छोटी-छोटी गलतफहमियां परिवारों को बिखेर देती हैं। पति-पत्नी के बीच कम्युनिकेशन गैप पैदा हो जाता है। ऐसे नहीं कि उनके बीच प्यार नहीं होता है, इस प्यार का एहसास करवाने वाला कोई नहीं होता है। हमारा "फैमिली डिस्प्यूट रेसोल्यूशन क्लीनिक" यही काम कर रहा है। हम ऐसे दम्पति के बीच संवाद कायम करके रिश्तों को भाल कर रहे हैं।
"फैमिली डिस्प्यूट रेसोल्यूशन क्लीनिक" पुलिस उपायुक्त (महिला सुरक्षा) वृंदा शुक्ला की निगरानी में काम कर रहा है। गौतमबुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद महिला सुरक्षा के लिए अलग वर्टिकल खड़ा किया गया है। वृंदा शुक्ला का कहना है, "क्लीनिक में शुक्रवार को 4 दंपति के बीच का विवाद खत्म करवाया गया है। इनके बीच न केवल संवाद स्थापित हुआ है बल्कि, अब सभी साथ रहेंगे। हमने उनके रिश्तों को टूटने से बचाया है। क्लीनिक अब तक 100 से ज्यादा परिवारों को खुशियां लौटा चुका है। प्रत्येक परिवार के रिश्ते वापस सुधरने पर केक काटकर खुशी मनाई जाती है।"
गौतमबुद्ध नगर पुलिस के इस क्लीनिक में पुलिस अफसरों के अलावा मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक, डॉक्टर और समाजशास्त्री शामिल हैं। करीब चार महीनों से यह क्लीनिक काम कर रहा है। अब तक यहां करीब डेढ़ सौ परिवारों के विवाद पंजीकृत किए जा चुके हैं। इनमें से 100 मामलों में पुलिस को अब तक सफलता मिल चुकी है। यह गौतमबुद्ध नगर पुलिस की बड़ी उपलब्धि है।