Noida News : ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के दौरान कुछ फ्लैटों के शीशे टूट गए थे। इनको बदलने का काम अब शुरू हो गया है। करीब 30 से अधिक फ्लैटों के शीशे टूटने की शिकायत आई थी। जिसको बदलने का काम किया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी एडीफिस कंपनी की है। एडीफिस कंपनी का कहना है कि अगर इसके बाद भी फ्लैटों के शीशे टूटने की शिकायत मिलती है तो उसके अनुसार काम किया जाएगा।
2 दर्जन से अधिक फ्लैटों के शीशे टूटे
बीते रविवार 5 अगस्त को ट्विन टावर ध्वस्तीकरण किया गया था। ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के समय टावर के सटे हुए एमरॉल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के 2 दर्जन से अधिक फ्लैटों के शीशे टूटने की बात सामने आई। अब इन शीशों को बदले जाने का काम शुरू कर दिया गया है। एडीफिस एजेंसी के परियोजना निदेशक मयूर मेहता ने बताया कि मंगलवार से ठेकेदार के जरिए फ्लैटों के शीशों को बदलवाने का काम शुरू करवा दिया गया है। पहले दिन दोनों सोसाइटी के 4 फ्लैट में शीशे बदल दिए गए हैं।
नुकसान वाले फ्लैट्स की संख्या बढ़ गई
ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद क्रिटिकल जोन में स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने की तैयारी शुरू हो गई। यह दायरा ट्विन टावरों से करीब 50 मीटर दायरे में है। इस दायरे में सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के सात टावर आएंगे। अधिकारियों का कहना है कि इसी सप्ताह से ऑडिट शुरू हो जाएगा। अभी प्राथमिक जांच में दोनों सोसाइटी के 30 से अधिक फ्लैटों में नुकसान होने की बात सामने आई है। यह संख्या बढ़ भी सकती है।
एमरॉल्ड कोर्ट के एक पिलर में दरार आई
खास बात यह है कि ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के बाद नोएडा प्राधिकरण और सीबीआरआई की प्राथमिक जांच में कोई बड़ा नुकसान होने की बात सामने नहीं आई थी। सिर्फ एटीएस विलेज सोसाइटी की तरफ की 10 मीटर दायरे में चारदीवारी क्षतिग्रस्त हुई थी। इसके अलाव एमरॉल्ड कोर्ट के कुछ फ्लैटों के शीशे क्षतिग्रस्त होने की बात कही थी, लेकिन उसी दिन एमरॉल्ड कोर्ट के एक पिलर में दरार आ गई थी।
स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाना जरूरी
वहीं, अब सामने आ रहा है कि एमरॉल्ड कोर्ट से ज्यादा एटीएस विलेज सोसाइटी में नुकसान हुआ है। सोसाइटी की चारदीवारी टूटने के अलावा करीब 25 अधिक फ्लैटों में नुकसान होना बताया जा रहा है। इसमें फ्लैटों में दरार से लेकर अन्य तरह के नुकसान शामिल हैं। अभी तक सभी लोग अपने फ्लैटों में नहीं लौटे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ भी सकती है। ऐसे में एटीएस विलेज सोसाइटी में अधिक नुकसान होने का अंदेशा जताया रहा है। इस वजह से अब स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाना जरूरी हो गया है।
57 पिलर की मरम्मत का काम पूरा कराया गया था
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि इसी सप्ताह से ऑडिट कराया जाना शुरू कर दिया जाएगा। इसमेंसुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी के 3 और एटीएस विलेज सोसाइटी के 4 टावर आएंगे। इन टावर के हर पिलर व बीम की मजबूती जांची जाएगी। बाकी सोसाइटी के अन्य हिस्से की जांच नहीं कराई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि दोनों सोसाइटी की ओर टावर ध्वस्तीकरण से पहले क्रैक गैज लगाए गए थे। ध्वस्तीकरण के बाद इनको देखा गया तो चौड़ाई पहले जैसी ही मिली, कुछ अलग नहीं मिला। ऐसे में ध्वस्तीकरण से स्ट्रक्चर को कोई नुकसान नहीं हुआ होगा। गौरतलब है कि हाल ही में एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी के 57 पिलर की मरम्मत का काम पूरा कराया गया था। जांच में यह पिलर कमजोर मिले थे।