Noida News : गोदरेज बिल्डर ने नोएडा के सेक्टर-44 में 506 करोड़ रुपये में ग्रुप हाउसिंग प्लॉट की बोली जीती है। अब रियल एस्टेट फर्म गोदरेज प्रॉपर्टीज प्रीमियम सेक्टर-44 में स्थित 6.45 एकड़ जमीन पर ग्रुप हाउसिंग बनाएगी। बताया जा रहा है कि इसमें हजारों लोगों का घर वाला सपना पूरा होगा। यह नोएडा में कंपनी का यह छठा प्रोजेक्ट होगा।
बेंगलुरु के बाद नोएडा में बनेंगे लग्जरी फ्लैट्स
कंपनी के सीईओ गौरव पांडे ने कहा, "हमने नोएडा में अपनी मौजूदा परियोजनाओं के लिए मजबूत मांग देखी है और यह परियोजना एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में हमारे विकास पोर्टफोलियो को और मजबूत करेगी। सेक्टर-44 में भूमि पार्सल 6.46 एकड़ में फैला हुआ है और नोएडा में एक प्रमुख स्थान है। कंपनी ने साझेदारी के आधार पर बेंगलुरु में एक बड़ी टाउनशिप विकसित करने के लिए एक निश्चित समझौता किया था।"
इस प्रोजेक्ट से क्या होगा खास?
गौरव पांडे ने आगे कहा, "विकास क्षमता और ₹3,000 करोड़ की अनुमानित क्षमता प्रदान करेगा, जो वर्तमान व्यावसायिक धारणाओं के आधार पर है। भूमि पर विभिन्न विन्यासों के प्रीमियम आवासीय अपार्टमेंट का विकास होगा। वर्तमान व्यावसायिक धारणाओं के आधार पर, यह परियोजना लगभग ₹5,000 करोड़ का अनुमानित बुकिंग मूल्य प्रदान करती है। पिछले साल कंपनी ने गुरुग्राम में अपने नए प्रोजेक्ट में ₹2,600 करोड़ से अधिक मूल्य के 600 से अधिक घर बेचे। बिक्री के मूल्य के मामले में यह कंपनी के लिए अब तक का सबसे सफल लॉन्च साबित हुआ। गोदरेज प्रॉपर्टीज के शेयर सोमवार को 2.1% बढ़कर ₹2,492.40 पर बंद हुए। पिछले 12 महीनों में स्टॉक 113% बढ़ा है।"
6.45 एकड़ में फैला प्रोजेक्ट
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा सेक्टर-44 में स्थित 26,136.55 वर्ग मीटर (6.45 एकड़) के ग्रुप हाउसिंग प्लॉट पर दो बिल्डरों ने बोली लगाई। जिसमें गोदरेज प्रॉपर्टीज और मैक्स एस्टेट्स शामिल है। बीते 26 फरवरी को ई-नीलामी के दौरान गोदरेज ने 506 करोड़ रुपये की उच्चतम बोली लगाई और प्लॉट की बोली जीत ली।
सीईओ डॉ.लोकेश एम का बयान
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ.लोकेश एम का कहना है कि शहर में तेजी के साथ विकास हो रहा है। आज के समय में पूरे देश के कई नामी बिल्डर नोएडा में अपने प्रोजेक्ट बना रहे हैं। करोड़ों रुपये का निवेश नोएडा में हो रहा है। नोएडा प्राधिकरण का प्रयास है कि शहर में लोगों को घर के साथ मूलभूत सुविधाएं भी मिले।