Tricity Today | फाउंडेशन ने किया कमजोर वर्गों की महिलाओं का सम्मान
Noida News : नोएडा के प्रसिद्ध शौरोज़ कैफे में एक ऐसा समारोह देखने को मिला, जिसने समाज के एक अत्यंत संवेदनशील वर्ग की जीवन में आई क्रांतिकारी बदलाव की गवाही दी। 32 एसिड अटैक पीड़िताओं का दीक्षांत समारोह, जिन्होंने एक वर्ष का कौशल विकास प्रशिक्षण डिप्लोमा सफलतापूर्वक पूरा किया।
कमजोर वर्गों के जीवन में लाए सकारत्मक बदलाव
आधार हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (एएचएफएल) की सीएसआर पहल "आधार किशोरी कल्याण" को, जिसे छांव फाउंडेशन द्वारा नोएडा, लखनऊ और आगरा में तीन प्रशिक्षण केंद्रों में क्रियान्वित किया गया। यह कार्यक्रम 1 अप्रैल, 2023 से 31 मार्च, 2024 तक चला, जिसमें आईटी और कंप्यूटर कौशल, हस्तशिल्प, बेकरी और कन्फेक्शनरी, व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ बुनियादी हिंदी और अंग्रेजी के पाठ्यक्रम शामिल थे। समारोह के मुख्य अतिथि, आधार हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री ऋषि आनंद ने इस अवसर पर कहा, "हमारी यह पहल केवल आश्रय और चिकित्सा उपचार प्रदान करने तक सीमित नहीं है। हमारा लक्ष्य है इन साहसी महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में पुनः स्थापित करना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और उनके भीतर आत्मविश्वास का संचार करना।"
लाभार्थियों को मिला रोजगार
इस कार्यक्रम की सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि रही लगभग 10 लाभार्थियों का होटल उद्योग, कॉरपोरेट क्षेत्र और गैर-लाभकारी संगठनों में रोजगार प्राप्त करना। यह आंकड़ा इस पहल की सफलता का ज्वलंत प्रमाण है। श्री आनंद ने आगे बताया, "हम इस कौशल विकास पहल का समर्थन करने वाले पहले और एकमात्र सीएसआर पार्टनर होने पर गर्व महसूस करते हैं। इन महिलाओं की दृढ़ता और साहस ने हमें इतना प्रेरित किया है कि हम आने वाले वर्ष में इस पहल का विस्तार करने जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य है 40 और पीड़िताओं को इस कार्यक्रम से जोड़ना और कोलकाता में एक नया प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करना।"छांव फाउंडेशन की ओर से इस परियोजना को "अपनी तरह की पहली व्यापक कौशल विकास पहल" बताया गया। फाउंडेशन के एक प्रतिनिधि ने कहा, "यह कार्यक्रम न केवल आवश्यक कौशल प्रदान करता है, बल्कि प्रतिभागियों में आत्मविश्वास और स्वतंत्रता की भावना भी जगाता है। यह देखकर हमें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि 32 में से 15 पीड़िताएं अब स्वतंत्र रूप से कार्यरत हैं।"
समाज को प्रेरित करती है ऐसी पहल
इस समारोह ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सहयोग और समर्पण के साथ, हम समाज के सबसे कमजोर वर्गों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। यह पहल न केवल एसिड अटैक पीड़िताओं के लिए एक नई उम्मीद की किरण बनकर उभरी है, बल्कि यह समाज के अन्य वंचित वर्गों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बन गई है। इस तरह के कार्यक्रमों की सफलता यह दर्शाती है कि कॉरपोरेट जगत और गैर-सरकारी संगठनों के बीच सहयोग से समाज में व्यापक स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। यह पहल निश्चित रूप से भविष्य में और अधिक ऐसे कार्यक्रमों को प्रेरित करेगी, जो समाज के हर वर्ग को समान अवसर और सम्मान प्रदान करने की दिशा में काम करेंगे।