25 लाख का बकाया बिजली बिल न देने पर जीएसटी कार्यालय का कनेक्शन काटा, 2 घंटे बाद दोबारा जोड़ा

Noida News : 25 लाख का बकाया बिजली बिल न देने पर जीएसटी कार्यालय का कनेक्शन काटा, 2 घंटे बाद दोबारा जोड़ा

25 लाख का बकाया बिजली बिल न देने पर जीएसटी कार्यालय का कनेक्शन काटा, 2 घंटे बाद दोबारा जोड़ा

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Noida News : 25 लाख रुपए का बकाया बिल जमा न करने पर विद्युत निगम ने कार्रवाई करते हुए नोएडा सेक्टर 48 स्थित केंद्रीय जीएसटी कार्यालय (इरकॉन बिल्डिंग) का बिजली कनेक्शन काट दिया। कनेक्शन कटने के कारण कामकाज ठप हो गया। इसके बाद नोएडा से मेरठ और लखनऊ में अधिकारियों के बीच फोन घनघनाते रहे। लगभग 2 घंटे के बाद मुख्यालय से फोन पर मिले आदेश पर जीएसटी कार्यालय का फिर से बिजली कनेक्शन जोड़ दिया गया।

बिजली बिल बकायेदारों के खिलाफ चल रहा है अभियान
जानकारी के अनुसार, विद्युत निगम द्वारा बकाया बिल वसूली के लिए बकायेदारों के खिलाफ अभियान चला रखा है। इसके तहत विद्युत वितरण निगम खंड 5 की टीम ने बकायेदारों की सूची तैयार की थी। इस सूची में सेक्टर 48 स्थित इरकॉन बिल्डिंग का नाम भी शामिल था। बताया गया है कि इरकॉन बिल्डिंग की ओर से दो माह से बिजली बिल जमा नहीं किया गया है। जिसके कारण लगभग 25 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। इसी बिल्डिंग में केंद्रीय जीएसटी का कार्यालय है। इसके बाद टीम द्वारा सुबह 11 बजे इरकॉन बिल्डिंग का बिजली कनेक्शन काट दिया गया। बिजली कनेक्शन काटने के कारण केंद्रीय जीएसटी विभाग का कामकाज ठप हो गया। इसके बाद जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने इसकी शिकायत मेरठ से लेकर लखनऊ तक विद्युत निगम के उच्च अधिकारियों से की। लगभग 2 घंटे बाद विद्युत निगम के उच्च अधिकारियों के फोन आने पर जीएसटी कार्यालय का बिजली कनेक्शन फिर से जोड़ दिया गया। अधिशासी अभियंता शशांक शेखर का कहना है कि कुछ दिनों की मोहलत मांगने पर कनेक्शन जोड़ने के निर्देश मिले। इसके बाद तुरंत कनेक्शन को जोड़ दिया गया है।

100 से अधिक बकायेदारों के काटे कनेक्शन
बताया गया कि बिजली बिल वसूली के लिए विद्युत वितरण निगम खंड पांच की टीम में ने 100 से अधिक बकायेदारों के बिजली कनेक्शन को काटा और उन्हें तुरंत बिजली बिल का भुगतान करने की बात कही है। इस दौरान निगम की टीम ने सेक्टर 128 स्थित अलीशा बिल्डिंग का भी कनेक्शन काटा। बताया गया है कि इस बिल्डिंग में लगभग 30 निजी कंपनियों के कार्यालय संचालित है।

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