Agra : आगरा मेट्रो का निर्माण काम काफी तेज गति के साथ चल रहा है। फिलहाल ताजमहल के लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। निर्माण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण के उपाय नहीं किए जाने पर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन पर 29.25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा लगाया गया है। जानकारी के मुताबिक, यूपीपीसीबी ने 78 दिनों तक पर्यावरण को क्षति पहुंचाने पर यह कार्रवाई की है।
यूपीएमआरसी द्वारा शहर में रेल लाइन बिछाने के काम का यूपीपीसीबी के अधिकारियों ने अक्टूबर 2021 में 6 दिन का दौरा किया था। 11 नवंबर 2021 को यूपीपीसीबी के अधिकारियों ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के प्रभारी अधिकारी और पर्यावरण अभियंता के साथ निरीक्षण किया था। यूपीएमआरसी के परियोजना प्रबंधक को पिछले साल 14 सितंबर, एक नवंबर और 11 नवंबर को धूल नियंत्रण के प्रभावी उपाय करने को पत्र भेजा गया था। अब 14 सितंबर, 2021 से 30 नवंबर, 2021 तक कुल 78 दिनों के लिए 29.25 लाख रुपये की पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति यूपीएमआरसी पर अधिरोपित करते हुए यूपीपीसीबी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
आगरा में सबसे ज्यादा वसूली गई राशि
पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने को लेकर आगरा में सबसे ज्यादा राशि वसूली गई है। शहर में सबसे ज्यादा जुर्माना नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया पर लगाया गया था। एनएचएआइ को 6.71 करोड़ रुपए की धनराशि जमा करानी पड़ी थी। जल निगम पर 37.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है।