तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार ने मारी थी एंबुलेंस में टक्कर, पुलिस की थ्योरी निकली फर्जी

EXCLUSIVE VIDEO : तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार ने मारी थी एंबुलेंस में टक्कर, पुलिस की थ्योरी निकली फर्जी

तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार ने मारी थी एंबुलेंस में टक्कर, पुलिस की थ्योरी निकली फर्जी

Tricity Today | तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार ने मारी थी एंबुलेंस में टक्कर

Noida : नोएडा में एमिटी यूनिवर्सिटी के पास बुधवार की सुबह ड्रम से टकराकर एंबुलेंस के पलटने की जानकारी कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने दी थी। इस मामले में घायलों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि एम्बुलेंस में एक तेज रफ्तार कार चालक ने पीछे से टक्कर मारी थी। साथ ही मौके पर घायल पिता और बहन को कैब से अरिहंत कैलाश अस्पताल लेकर गए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि घटना के बाद दूसरी एम्बुलेंस से घायलों को अस्पताल भेजने की पुलिस की बताई गई थ्योरी को झूठ है। घटना के समय मौके की सीसीटीवी फुटेज और लिखित शिकायत ट्राईसिटी टुडे को देते हुए पीड़ित ने कार चालक के खिलाफ पुलिस से एक्शन की मांग की है। एडीसीपी नोएडा ने बताया कि मामले की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। 



जानकारी के मुताबिक बुलंदशहर के सिकन्द्राबाद में रहने वाले अरुण जैन (56 वर्ष) की कपड़े की दुकान है। वह डाइलिसिस करवाने के लिए सप्ताह में तीन बार दिल्ली के जसोला विहार स्थित महावीर फाउंडेशन जाते हैं। बुधवार की सुबह वह अपने बेटे अरिहंत जैन (25 वर्ष) और बेटी यशिका जैन (22 वर्ष) के साथ एंबुलेंस में जा रहे थे। सुबह करीब 7 बजे कोतवाली सेक्टर-39 क्षेत्र में एमिटी यूनिवर्सिटी के पास एक तेज रफ्तार फार्च्यूनर कार चालक ने उनकी एम्बुलेंस में पीछे से टक्कर मार दी। घटना में एंबुलेंस पलट गई थी। हादसे में घायल अरुण जैन और उनकी बेटी यशिका जैन को उनका बेटा अरिहंत मौके से कैब बुक करके कैलाश अस्पताल लेकर गया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया है कि अरुण जैन को अभी तक होश नहीं आया है और वह आईसीयू में भर्ती हैं। जहां उनकी हालत गंभीर है। 

उनकी बेटी यशिका के सिर में 20 टांके लगे हैं। हालांकि, अरिहंत जैन को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। अब अरिहंत की शिकायत और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस मामले की जांच कर रही है। एडीसीपी नोएडा जोन रणविजय सिंह ने बताया की सीसीटीवी फुटेज की मदद से टक्कर मारने वाले कार चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

2,500 रुपये में बुक की थी एम्बुलेंस
पीड़ित अरिहंत जैन ने बताया कि वह सिकन्द्राबाद में ही पिता के साथ कपड़े की दुकान पर बैठते हैं। वहां पर स्थित यशराज हॉस्पिटल की एंबुलेंस को वह 2,500 रुपये में बुक करके दिल्ली के जसोला विहार तक पिताजी की डाइलिसिस कराने ले जाते हैं। बुधवार को भी सुबह करीब 7 बजे जब वह जा रहे थे, तब एंबुलेंस हादसे का शिकार हो गई। उन्होंने कहा कि कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने जो बात बताई थी कि ड्रम से टकराकर एम्बुलेंस पलटी थी और दूसरी एम्बुलेंस की व्यवस्था कर घायलों को अस्पताल भेजा था, वह पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद है।

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