अवैध फार्म हाउसों में भरा बाढ़ का पानी, अय्याशी का सामान लेकर भागे अमीरज़ादे

नोएडा में यमुना उफान पर : अवैध फार्म हाउसों में भरा बाढ़ का पानी, अय्याशी का सामान लेकर भागे अमीरज़ादे

अवैध फार्म हाउसों में भरा बाढ़ का पानी, अय्याशी का सामान लेकर भागे अमीरज़ादे

Tricity Today | अवैध फार्म हाउसों में भरा बाढ़ का पानी

Greater Noida News : नोएडा में यमुना नदी के खादर क्षेत्र में बने हजारों अवैध फार्म हाउस को प्रसाशन, सिंचाई विभाग और विकास प्राधिकरण तो खाली नहीं करवा पाया लेकिन यमुना में आई बाढ़ की वजह से फार्म हाउस खाली हो रहे हैं। इन फार्म हाउसों के मालिक खुद ट्रकों में भर भरकर अपना सामान ले जा रहे हैं। पूरा इलाका खाली हो गया है। साथ ही नोएडा विकास प्राधिकरण को फ्लड प्लेन में बनी अपनी गौशाला भी खाली करनी पड़ गई है। आपको बता दें कि नोएडा में औखला बैराज से लेकर ग्रेटर नोएडा में मोमना थल तक करीब चार हजार अवैध फार्म हाउस बनाए गए हैं।

फार्म हाउस लबालब, सड़कों पर बह रहा पानी
नोएडा शहर के नजदीक छपरौली, मंगरौली, याकूतपुर, सफीपुर, नंगली साकपुर, नंगला नंगली और मोमना थल तक हजारों की संख्या में अवैध फार्म हाउस बसाए गए हैं। यह फार्म हाउस यमुना नदी के किनारे जल धारा तक अवैध रूप से बना दिए गए हैं। यहां पक्की काली सड़कें बनायी गई हैं। अब जब यमुना नदी उफान पर है तो इस पूरे फ्लड जोन में पानी भर गया है। सड़कों पर यमुना नदी का पानी बह रहा है। अवैध फार्म हाउसों में कई-कई फुट पानी भर गया है। जिसके चलते इन फार्म हाउसों के मालिक लग्जरी सामान, कारें और अपने पालतू कुत्ते लेकर भाग रहे हैं।

पुलिस ने 300 गायों और बछड़ों को बचाया
उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में पिछले दो सप्ताह से मूसलधार बारिश हो रही है। जिसका असर अब मैदानी हिस्सों पर नजर आने लगा है। वेस्ट यूपी और दिल्ली-एनसीआर में गंगा व यमुना नदियां उफान पर हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सहारनपुर से लेकर गौतमबुद्ध नगर तक सैकड़ों गांवों में यमुना नदी की बाढ़ का पानी घुस गया है। नोएडा के छपरौली और मंगरौली गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है। जिसकी वजह से बुधवार की दोपहर इन गांवों को खाली करवाया गया है। इसी दौरान यहां गौशला में 300 गायों और उनके बछड़ों को फायर ब्रिगेड के दस्ते ने सुरक्षित बचाया है।

यमुना नदी के किनारे वाले 60 गांवों में हाईअलर्ट
चीफ फायर अफसर प्रदीप चौबे ने बताया कि आपदा से निपटने के लिए वह खुद मौके पर तैनात हैं। दमकल विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर गांव छपरौली मंगरौली के लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। गांव की गौशाला से करीब 300 गायों को बचाया गया है। उनके छोटे छोटे बछड़ों को रेस्क्यू किया गया है। यह ऑपरेशन 4 घंटे से अधिक समय चलाया गया। नोएडा से ग्रेटर नोएडा में अलीगढ़ बॉर्डर तक यमुना नदी के नजदीक 60 गांव हैं। इन सारे गांवों मो हाईअलर्ट किया गया है।

हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी
हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बारिश हो रही है। हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नोएडा के सेक्टर-167 छपरौली मंगरौली गांव के डूब क्षेत्र में यमुना का पानी भर गया है। जलभराव 20 फीट से अधिक है। यमुना में आए उफान के बाद नोएडा के फायर विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट हो गए हैं। मौके पर फायर कर्मचारी पहुंचकर गांव के लोगों को रेस्क्यू कर रहे हैं। ग्रामीणों के साथ-साथ 500 से ज्यादा मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।

जिला प्रशासन ने 17 बढ़ चौकियां बनाईं
यूपी के जनपद गौतमबुद्ध नगर में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर प्रशासन ने बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। जिला प्रशासन ने यमुना की हद में आने वाले करीब सभी गांवों के लिए 17 बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं। सदर तहसील के सफीपुर, मोमनाथल, तिलवाड़ा, मोतीपुर, लतीफपुर और मकनपुर गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। इनके अलावा अन्य संवेदनशील इलाकों पर नजर रखी जा रही है।

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