कहते हैं कि इंसान भले ही बड़ा हो जाए, लेकिन उसके दिल के कोने में उसका बचपन हमेशा बैठा रहता है। उसे जब भी मौका मिलता है, निकलकर सामने आ ही जाता है। ऐसा ही कुछ नोएडा के सहायक पुलिस आयुक्त रजनीश कुमार वर्मा के साथ देखने को मिला। चिल्ला बॉर्डर पर किसान आंदोलन में लंबी ड्यूटी के बीच उन्होंने बच्चों को क्रिकेट खेलते देखा और उनका बचपन भी बाहर निकल आया। एसीपी ने बल्ला थामा और दनादन चौके-छक्के जड़ डाले। रजनीश वर्मा को बच्चों के साथ खेलता देखकर उनके सहकर्मी, किसान और क्रिकेट खेल रहे बच्चे खूब खुश हुए।
आपको बता दें कि इससे पहले कोरोना संक्रमण के दौरान रजनीश वर्मा ने एक कविता लिखी थी। उनकी कविता को सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब पसंद किया था। उन्हें अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी। खुद गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह ने भी रजनीश वर्मा की कविता को ट्वीट किया था। अब पिछले 2 दिनों से रजनीश वर्मा के क्रिकेट खेलते हुए फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। लोग उन्हें दबाव भरे समय में कुछ अच्छे पल बिताने के लिए बधाई दे रहे हैं।
एसीपी रजनीश वर्मा ने कहा, "पुलिस और आम जनता के बीच बहुत ही अच्छे संबंध होने चाहिए। पुलिस कमिश्नरेट लोगों को लगातार जागरूक करता है कि हम उनकी सुरक्षा और जिम्मेदारियों के लिए तत्पर हैं। जब पुलिस और आम जनता दो मित्र की तरह आपस में मिल जाएंगे तो शहर में अपराध के लिए जगह नहीं रहेगी। लोग अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए पुलिस का साथ देंगे तो शहर आगे बढ़ेगा। मैंने बच्चों के साथ क्रिकेट खेला और उनके साथ बहुत सारे अनुभव साझा किए हैं।"
रजनीश वर्मा उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर डीएसपी वर्ष 2014 बैच के आईपीएस अफसर हैं। वह मूल रूप से अंबेडकर नगर जिले के रहने वाले हैं। फिलहाल, गौतमबुद्ध नगर में बतौर एसीपी तैनात हैं।