Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी पर किसान अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। सेक्टर-24 एनटीपीसी पर भी एक महीने अधिक से धरने पर बैठे हुए हैं। महापंचायत में किसानों ने दिल्ली जाने का ऐलान किया है। किसान 8 फरवरी को दिल्ली कूच करेंगे। अब किसानों की हलचल को देखते हुए जिले भर में धारा-144 लागू कर दी गई है। धारा-144 के तहत 7 और 8 फरवरी को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सख्त पाबंदी लगा दी है। गुरुवार का दिन नोएडा पुलिस के लिए चुनौतियों भरा रह सकता है।
दिल्ली कूच की रणनिति
अपनी तमाम मांगों को लेकर गौतमबुद्ध नगर के किसान लगातार आंदोलित है। नोएडा अथॉरिटी पर महांपचायत के बाद बुधवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर धरने पर बैठे किसानों ने महापंचायत की है। महापंचायत में हजारों की संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया। जिसमें दिल्ली कूच की रणनिति पर मोहर लगा दी गई है। अब 8 फरवरी को किसानों ने संसद तक मार्च का आह्वान किया है। ऐसे में नोएडा एक्सप्रेसवे पर जाम लग सकता है। वहीं, पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी किया है।
यातायात पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन
पुलिस अधिकारी ने बताया कि असामाजिक तत्वों की तरफ से शांति भंग करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। आदेश के अनुसार, प्रतिबंधों में पांच से अधिक लोगों के गैरकानूनी जमावड़े और धार्मिक और राजनीतिक सहित अनधिकृत जुलूसों पर प्रतिबंध शामिल है। यातायात विभाग ने दादरी, तिलपता, सूरजपुर, सिरसा, रामपुर-फतेहपुर, नोएडा एक्सप्रेसवे और ग्रेटर नोएडा के अन्य मार्गों पर डायवर्जन के बारे में जनता को आगाह किया। असुविधा से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। यातायात से संबंधित जानकारी के लिए यातायात पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर संपर्क करें।
किसानों में क्यों है इतना आक्रोश
किसान नेताओं ने बताया कि किसान लंबे समय से किसान अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों से वार्तालाप कर रहे थे, लेकिन कोई भी अधिकारी किसानों की समस्याओं को समझने के लिए तैयार नहीं है। जिनकी जमीन पर शहर बसा हुआ है। उन्हीं को ही नजर अंदाज किया जा रहा है। अब किसान ऐसे अधिकारियों की वजह से दिल्ली जाकर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। जब तक किसने की मांग पूरी नहीं होगी, तब तक यह धरना जारी रहेगा।
क्या-क्या है किसानों की मांग
किसानों की मुख्य मांगें 10 प्रतिशत प्लॉट, लीजबैक मामलों का निस्तारण, युवाओं को स्थानीय कंपनियों में नौकरी, भूमिहीन किसानों को 40 मीटर के प्लॉट और क्योस्क में स्थानीय महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देना है। इन्हीं मांगों को लेकर सैकड़ों की संख्या में किसान प्रदर्शन करने के लिए प्राधिकरण के गेट पर पहुंचे हैं।