Noida News : भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services) ने नोएडा में 4,00,000 वर्ग फुट जमीन अतिरिक्त ली है। यह जमीन एसोटेक बिजनेस क्रेस्टेरा में स्थित है। बड़ी बात यह है कि अब दिल्ली-एनसीआर में सबसे बड़ा दफ्तर टीसीएस का है। नोएडा में 4 लाख वर्ग फुट जमीन अतिरिक्त खरीदी गई है। जिसमें करीब 20 हजार इंजीनियर बैठेंगे।
जेनपैक्ट के बाद अब टीसीएस ने ली जमीन
जानकारी के मुताबिक, किराये पर ली गई जगह नोएडा एक्सप्रेसवे पर एसोटेक बिजनेस क्रेस्टेरा में स्थित है, जो एक प्रमुख ग्रेड-ए संपत्ति है। कुशमैन एंड वेकफील्ड के उत्तर भारत डिवीजन के प्रबंध निदेशक विभोर जैन अपनाई गई रिटर्न-टू-ऑफिस नीतियों के कारण ऐसे प्रीमियम कार्यालयों के लिए जगह ढूंढ रहे हैं। आईटी कंपनियों द्वारा मुख्य रूप से कार्यालय स्थान की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ तिमाहियों में ग्रेड-ए कार्यालय के लिए स्थानों की मांग और वृद्धि होने की उम्मीद जताई जा रही है। आपको बता दें कि दो मिलियन वर्गफीट में फैले एसोटेक बिजनेस क्रेस्टेरा में विभिन्न निगम हैं। टीसीएस ने अब इस क्रेस्टेरा में जगह ली है। इससे पहले जेनपैक्ट और सेलेबल टेक्नोलॉजीज ने भी परिसर के अंदर जगह ली है।
साइबर अपराध का शिकार हो सकते हैं इंप्लाई
सुब्रमण्यम कहते हैं, "आज के समय में जिस तरह के साइबर हमले हो रहे हैं, उससे कोई संगठन अनजाने में परेशानी में पड़ सकता है। किसी के पास घर पर इस तरह का नियंत्रण नहीं हो सकता है और व्यवसायों के लिए सुरक्षा जोखिम हो सकते हैं।" आपको बता दें कि भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने खुलासा किया है कि उसकी एक अमेरिकी यूनिट को साइबर सुरक्षा घटना का सामना करना पड़ा, जिसके कारण कई परेशानियां आयी थीं। इसी तरह दिसंबर में एचसीएलटेक ने रैंसमवेयर के शिकार होने की सूचना दी। हालांकि, उसने दावा किया कि इसका कोई प्रभाव नहीं था।
कंपनी की प्रोडक्टिविटी बढ़ने के साथ सिक्योरिटी
अब टीसीएस अपना ध्यान 25-बाई-25 हाइब्रिड मॉडल से हटा रही है, जिसे उसने कोरोना महामारी 2020 के दौरान शुरू किया था। कंपनी ने घोषणा की थी कि एक बार सभी कर्मचारी ऑफिस आएंगे तो उनमें से एक चौथाई साल-2025 तक वर्क फ्रॉम होम करेंगे। अप्रैल-2020 और अक्टूबर-2023 के बीच 1,67,000 से अधिक कर्मचारी बढ़े हैं। कंपनी की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए हफ्ते में तीन दिन ऑफिस आना जरूरी है।