महिलाओं ने सीखा इंसाफ और हक पाने का तरीका

गौतमबुद्ध नगर पुलिस की पहल : महिलाओं ने सीखा इंसाफ और हक पाने का तरीका

महिलाओं ने सीखा इंसाफ और हक पाने का तरीका

Tricity Today | Mission Shakti

  • - गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने मिशन शक्ति के तहत विशेष सेमिनार आयोजित की
  • - राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने महिलाओं को खास जानकारी दी
  • - उत्तर प्रदेश महिला आयोग के अध्यक्ष विमला बाथम भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं
  • - महिलाओं को डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखा कर कानूनी हक के बारे में बताया गया
  • - रेखा शर्मा ने कहा- अभी भी कामकाजी महिलाएं होती हैं शोषण का शिकार
  • - ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में महिलाओं को जागरूक करेगा राष्ट्रीय महिला आयोग
Noida News : महिलाओं को जागरूक करने और स्वावलंबी बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में 'मिशन शक्ति' का तीसरा चरण चल रहा है। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को उनके अधिकार, महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और खुद की सुरक्षा करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार से गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट में एक वर्कशॉप का आयोजन किया है। जिसकी थीम "सेक्सुअल हैरेसमेंट ऑफ वूमेन एट वर्कप्लेस" है। इस विशेष आयोजन में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा शामिल हुईं। उन्होंने कहा, "आज भी ऑफिस में काम करने वाली महिलाओं से छेड़छाड़ होती है। कामकाजी महिलाओं को तमाम तरह की चीज़ों का सामना करना पड़ता है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की यह पहल शानदार है।"

रेखा शर्मा और विमला बाथम मौजूद रहीं
गौतमबुद्ध नगर पुलिस की डीसीपी (महिला मामले) वृन्दा शुक्ला ने बताया कि महिलाओं को जागरूक करने के लिए पुलिस कमिश्नरेट के ऑडिटोरियम में 'मिशन शक्ति' के तहत वर्कशॉप का आयोजन किया गया। महिलाओं को जागरुक किया गया। इस वर्कशॉप में जिले के कई संस्थानों की महिलाएं शामिल हुईं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा भी मौजूद रहीं। महिलाओं को जागरूक करने के लिए पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने महिलाओं के लिए चलने वाली कई योजनाओं के बारे में बताया। बताया कि उनको किस तरह अपनी सुरक्षा करनी है। कैसे स्वावलंबी बनना है। इसके बारे में कई उदाहरण देते हुए जानकारी दी।

महिलाओं ने देखी डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म
पुलिस ने डॉक्युमेंट्री दिखाकर महिलाओं को उनके हक के बारे में समझाने की कोशिश की। महिलाओं के लिए कौन-कौन से लॉ बनाए गए हैं और उनके क्या प्रिवेंशन हैं, उसके बारे में जानकारी दी गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, "इस तरह के प्रोग्राम का आयोजन करने का मकसद है कि महिलाओं को बताया जा सके कि उनके साथ कुछ गलत हो रहा है तो किस तरह से लड़ना है। इसके अलावा देखा गया है कि सेक्सुअल हैरेसमेंट के केस में महिला को ही जॉब से निकाल दिया जाता है। महिलाओं को उनका हक मिलेगा और हम यही महिलाओं को बताने की कोशिश कर रहे हैं।" 

गांवों तक महिलाएं को जागरूक करेंगे : रेखा शर्मा
रेखा शर्मा ने बताया कि इसके लिए जिम्मेदार कहीं ना कहीं कंपनी का टॉप मैनेजमेंट होता है, जो इस चीज को नजरअंदाज करता है। इस अपराध को रोकने के लिए वूमन सेफ्टी टीम में बाहर के मेंबरों की संख्या ज्यादा होनी चाहिए और इंटरनल मेंबर कम होने चाहिए। ग्रामीण एरिया की महिलाओं को जागरूक कैसे किया जाए? इस सवाल पर रेखा शर्मा ने कहा,"लीगल प्रोग्राम चल रहे हैं। हमारी कोशिश है कि हम उन राज्यों तक पहुंचे और उन इलाकों तक भी जाएं, जहां महिलाएं जानकारी के अभाव में प्रताड़ित हो रही हैं। इसके अलावा हमारी कोशिश है की हम गांव की महिलाओं तक पहुंचे। हमारी टीम गांव में भी वर्कशॉप का आयोजन करेंगी।"

महिलाएं थाने में आने से झिझकें नहीं : वृन्दा शुक्ला
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं को जागरूक करने के लिए 'मिशन शक्ति' चलाया जा रहा है। इसमें उत्तर प्रदेश पुलिस की अहम भूमिका है। पुलिस और महिलाओं के बीच जो गैप है, उसको खत्म किया जा सके। गौतमबुद्ध नगर महिला सुरक्षा डीसीपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि वर्कशॉप करने का मकसद महिलाओं को जागरूक करना है। महिलाएं पुलिस थाने आने से बचती हैं और दूरी बनी रहती है। उसको खत्म करने के लिए हर थाने में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है। जो भी महिला थाने आती है, उसकी बात सुनी जाए। उसको इंसाफ भी मिले। वृन्दा ने कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार के 'मिशन शक्ति' प्रोग्राम के तहत राष्ट्रीय महिला आयोग और गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने वर्कशॉप का आयोजन किया है। जिसमें तमाम महिलाओं ने हिस्सा लिया और उनको अवेयर किया गया है। सरकार की यही कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जाए। महिलाएं किस तरह अपनी सुरक्षा करें, उसके बारे में उनको पता लगे।"

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