स्काईवॉक के जरिए ब्लू और एक्वा लाइन के बीच मेट्रो बदलना होगा आसान, पूरी जानकारी

Noida News : स्काईवॉक के जरिए ब्लू और एक्वा लाइन के बीच मेट्रो बदलना होगा आसान, पूरी जानकारी

स्काईवॉक के जरिए ब्लू और एक्वा लाइन के बीच मेट्रो बदलना होगा आसान, पूरी जानकारी

Tricity Today | Symbolic

Noida News : नोएडा प्राधिकरण ने ब्लू लाइन (Blue Line Metro) के सेक्टर- 52 और एक्वा लाइन (Aqua Line Metro) के सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन के बीच स्काईवॉक प्रॉजेक्ट (Noida Skywalk Project) का निर्माण तेजी के साथ चल रहा है। वर्तमान में स्काईवॉक का 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। सात माह से 420 मीटर लंबे स्काईवॉक बनाने का काम चल रहा है। मार्च 2024 तक परियोजना के पूरा होने की उम्मीद है। यह स्काईवॉक दोनों मेट्रो लाइन के नीचे से निकलेगा। फिलहाल यात्री मेट्रो बदलने के लिए पैदल और ई-रिक्शा का सहारा लेते हैं। यह ई-रिक्शा मेट्रो की तरफ से ही उपलब्ध करवाए गए हैं। दोनों स्टेशनों के बीच स्काईवॉक बन जाने के बाद लाखों यात्रियों को सहूलियत मिलेगी।

करीब 25 करोड़ रुपये की लागत
इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो की तरफ से जो पैदल पथ बनाया गया है, उसी के ऊपर एयर कंडीशनर स्काईवॉक बनाया जा रहा है। स्काईवॉक बनाने में करीब 25 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें सिविल के काम में करीब 11 करोड़ रुपये और विद्युत यांत्रिक के काम में 14 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। इस स्काईवॉक की लंबाई करीब 480 मीटर होगी। इस पर लगने वाले ट्रैवलेटर की स्पीड 5 मीटर प्रति सेकंड होगी। यह स्काईवॉक पूरी तरह वाटरप्रूफ होगा। इसका डिजाइन ओरिएन आर्किटेक्टस ने तैयार किया है।

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा स्काईवॉक
अब यात्रियों को स्टेशन बदलने के लिए ई-रिक्शा या पैदल नहीं चलना पड़ेगा। दो मेट्रो स्टेशनों के बीच स्काईवॉक बनने के बाद आसानी से लोग अपने स्टेशन तक पहुंच सकेंगे। यह स्काईवॉक अब तक नोएडा में बने सभी एफओबी की तुलना में अत्याधुनिक सुविधाओं वाला होगा। इस पर एयरपोर्ट की तरह स्वचलित रैंप (ट्रेवलेटर) भी लगाया जाएगा। इसके बन जाने के बाद यात्रियों की संख्या में और अधिक इजाफा होगा। साथ ही ब्लू लाइन के सेक्टर-52 स्टेशन और एक्वा लाइन के सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन में आने-जाने में कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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