Noida : नोएडा में भाजपा नेता को जयपुर पुलिस उठाकर ले गई है। यह घटना वर्तमान में चर्चा का विषय बन गई हुई है। उनके परिजनों ने अपहरण का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी तरफ जयपुर पुलिस ने हिरासत में लेने की बात कही है। दरअसल पुलिस के मुताबिक, जयपुर के चौमूं में जमीन पर प्लॉटिंग कर तीन गुना फायदा देने का झांसा देकर नोएडा निवासी अजय यादव ने 50 लाख रुपए ठग लिए। चौमूं थाने में केस दर्ज होने के बाद शुक्रवार को आरोपी को नोएडा से पकड़ लिया। जयपुर पुलिस अजय यादव को पूछताछ के लिए चौमूं थाने लेकर आई हैं। जहां आरोपी से पुलिस की एक टीम ठगी को लेकर पूछताछ कर रही है। आरोपी का भाई पूर्व में जेडीयू का बड़ा नेता रहा है, वर्तमान में बीजेपी सदस्य है। अजय यादव के भी नोएडा में पोस्टर लगे हुए हैं।
क्या है पूरा मामला
जयपुर पुलिस ने बताया कि इस मामले को लेकर थाने में एक पीड़ित द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया गया था। इस मामले को जांच के लिए सेक्टर-73 सर्फाबाद निवासी अजय यादव को पकड़ कर थाने लेकर आए हैं। मामले के अनुसार चांदखेड़ा अहमदाबाद निवासी मुकेश यादव ने अजय के खिलाफ 2 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। दर्ज रिपोर्ट में बताया कि अजय यादव ने अगस्त, 2019 में चौमूं हाड़ोता में करीब पौने दो एकड़ जमीन पर प्लॉटिंग कर तीन गुना फायदा होने का झांसा दिया। जमीन को देखने के लिए वे चौमूं आए और हरिसिंह नाम के व्यक्ति से बातचीत कर जमीन 90 लाख रुपए में फाइनल करना बताया। प्लॉटिंग करने के बाद डेढ़ करोड़ रुपए का फायदा होने का झांसा दिया।
हत्या का मुकदमा दर्ज
पुलिस ने बताया कि विश्वास में आकर मुकेश यादव ने दिसंबर, 2019 में नोएडा में आरोपी अजय यादव को 25 लाख रुपए नकद और 25 लाख रुपए की ज्वैलरी दे दी। इसके बाद अजय 2020 में कोरोना महामारी का बहना बनाकर जमीन की रजिस्ट्री में देरी होना बताता रहा। जनवरी, 2023 तक न तो जमीन खरीदी और न रुपए वापस लौटाए। तब आरोपी अजय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। जांच के लिए आरोपी अजय को पुलिस पूछताछ के लिए नोएडा से चौमूं लेकर पहुंची है। जांच में सामने आया है कि आरोपी अजय के खिलाफ गाजियाबाद में हत्या का मामला, आर्म्स एक्ट, यूपी गैंगस्टर एक्ट लगा हुआ है, साथ ही यूपी में भूमाफिया के केस भी दर्ज हैं।