महिला से पांच लोगों ने भूखंड के नाम पर हड़पे लाखों रुपये, पुलिस ने नहीं सुनी गुहार

नोएडा प्राधिकरण के नाम पर ठगी : महिला से पांच लोगों ने भूखंड के नाम पर हड़पे लाखों रुपये, पुलिस ने नहीं सुनी गुहार

महिला से पांच लोगों ने भूखंड के नाम पर हड़पे लाखों रुपये, पुलिस ने नहीं सुनी गुहार

Tricity Today | नोएडा प्राधिकरण कार्यालय

Noida News : नोएडा प्राधिकरण के भूखंड के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। गाजियाबाद निवासी एक महिला से पांच लोगों ने भूखंड के नाम पर 9 लाख रुपये ठग लिए। पीड़िता का आरोप है कि उसने घटना की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद उसने कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ शिकायत की। अब कोर्ट के आदेश पर थाना सेक्टर-126 में पांच लोगों को नामजद करते हुए केस दर्ज किया गया है। 

22 लाख रुपये में तय हुआ सौदा 
कोर्ट में की शिकायत के मुताबिक गाजियाबाद के वसुंधरा निवासी मंजू ने बताया कि उन्होंने राजू सिंह और संजय सिंह के साथ मिलकर नेन सिंह निवासी गांव सुल्तानपुर से 126 वर्ग मीटर का एक भूखंड का एग्रीमेंट 17 अक्तूबर 2020 को किया। भूखंड की कीमत 22 लाख रुपये तय की। एग्रीमेंट के दौरान नौ लाख रुपये ऑनलाइन भी ट्रांसफर कर दिया। आरोपी को यह भूखंड किसान कोटे के तहत नोएडा प्राधिकरण से पांच प्रतिशत आवासीय भूखंड की स्कीम के तहत मिला था। एग्रीमेंट के समय यह शर्त रखी गई थी नेन सिंह उस भूखंड को उन्हें या उनके साझेदारों के नाम कर देगा। शेष 13 लाख रुपये रजिस्ट्री के समय दिए जाएंगे। आरोप है कि नेन सिंह ने ऐसा नहीं किया। 

दूसरे को बेचा भूखंड 
आरोपी ने आवंटन पत्र पूर्व में ही प्राप्त कर लिया था, लेकिन नेन सिंह ने यह बातें उनसे छिपाई। अपने घर में विवाद होने का बहाना बनाकर आरोपी उन्हें और उनके साझेदारों को टरकाता रहा। इसके बाद धोखे से आरोपी ने उस प्लॉट को प्रॉपर्टी डीलर संतोष, आकाश और अपने पत्र कालीचरण व दामाद के साथ मिलकर नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारियों से सेटिंग करके 26 फरवरी 2024 में अजिताब सिंह राठौर व उनकी पत्नी सुनीता को बेच दिया। 

पैसा वापस मांगने पर धमकाया 
पीड़िता ने जब रुपये वापस मांगे तो उन्हें धमकाया गया। थाना स्तर से सुनवाई न होने पर पीड़ित को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। इस संबंध में पुलिस का कहना है कोर्ट के आदेश पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच में आरोप सिद्ध होने पर कार्रवाई की जाएगी।

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