Noida News : गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर पिछले कई दशकों से भाजपा का दबदबा रहा है। पूर्व में खुर्जा लोकसभा सीट और वर्तमान में गौतमबुद्ध नगर सीट पर भाजपा प्रत्याशी लगातार विजय पाते रहे हैं। खुर्जा सुरक्षित सीट पर भाजपा के प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अशोक प्रधान चार बार सांसद रहे। अशोक प्रधान ने चुनाव दर चुनाव अपनी जीत के प्रतिशत को बढ़ाया। इसके बाद यह सीट सामान्य सीट में आ गई
भाजपा के लिए सुरक्षित सीट
साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी सुरेंद्र नागर ने भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा को करीब 15 हजार वोटों से मात दी। भाजपा यह सीट वर्ष 2009 में हार तो गई थी लेकिन भाजपा प्रत्याशी ने कई धांधली के आरोप भी लगाए थे, जीत का अंतर भी काफी कम था। उस समय उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार थी, तथा बसपा ने इस सीट पर दलित, गुर्जर, मुस्लिम, ब्राह्मण और अन्य पिछड़ा वर्ग के समीकरण को साधकर सफलता हासिल की थी। लेकिन वर्ष 2014 और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा ने जबर्दस्त वापसी की। तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल कर साबित कर दिया कि गौतमबुद्धनगर भाजपा के लिए सुरक्षित सीट है।
मतदाताओं की पहली पसंद भाजपा
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी परिस्थितियां कमोवेश यही BJP दिख रही है। जहां यहां की सबसे मजबूत जनाधार वाली पार्टी बसपा हासिये पर चली गई है। वहीं समाजवादी पार्टी ने 10 दिन के अंदर यहां पर दो बार प्रत्याशी बदलकर कार्यकर्ताओं को असमंजस में डाल दिया है। अगर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो जनपद के 75 प्रतिशत बुथों पर मतदाताओं की पहली पसंद भाजपा रही थी। वर्ष 2024 के चुनाव में 69 प्रतिशत बूथों पर भाजपा को सबसे ज्यादा वोट मिले थे। नोएडा विधानसभा में लगभग हर बूथ पर बीजेपी आगे रही। वर्ष 2014 में 94 तो वर्ष 2019 में 96 फीसदी बूथों पर भी भाजपा को सबसे अधिक वोट मिला। भाजपा को हराने के लिए सपा और बसपा के प्रत्याशियों को जी तोड़ मेहनत करनी होगी।