नोएडा विकास प्राधिकरण औद्योगिक भूखंडों के आवंटन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। प्राधिकरण का मानना है कि इससे उद्यमियों को बड़ी राहत मिलेगी। व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी और आवंटन प्रक्रिया को छोटा करने में मदद मिलेगी। मौजूदा आवंटन प्रक्रिया जटिल है। जिसकी वजह से औद्योगिक भूखंडों के आवंटन में लंबा समय लग जाता है। यह "ईज ऑफ डूइंग" और "ईज ऑफ बिजनेस" के सिद्धांतों को भी पूरा नहीं कर रही है। उम्मीद है कि आने वाली बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास करवाया जाएगा।
प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक औद्योगिक भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया में बदलाव करने की तैयारी है। अब 2 एकड़ से बड़े भूखंडों का आवंटन इंटरव्यू के आधार पर होगा। अभी तक 5 एकड़ से बड़े भूखंडों के आवंटन पर यह व्यवस्था लागू होती थी। इंटरव्यू के साथ-साथ निर्धारित ऑब्जेक्टिव अहर्ता जैसी कंपनियों का अनुभव और टर्न ओवर आदि चीजें लागू होंगी। इस प्रस्ताव को 18 जनवरी को होने वाली बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। अगर यह प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पास हो गया तो अगले दो-तीन दिन में करीब 15 भूखंड की घोषणा लॉन्च कर दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा करीब दो दर्जन और प्रस्ताव बैठक में रखे जाएंगे।
सोमवार (18 जनवरी) को नोएडा प्राधिकरण की 201वीं बोर्ड बैठक सेक्टर-6 प्राधिकरण कार्यालय में सुबह से शुरू होगी। बैठक की अध्यक्षता नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन और औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन करेंगे। इससे पहले 3 दिसंबर 2020 को बोर्ड बैठक हुई थी। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड बैठक में सेक्टर-94 में बनने वाले हैबिटेट सेंटर के निर्माण के लिए कंपनी के चयन की प्रक्रिया का प्रस्ताव रखा जाएगा। इसके टेंडर की के लिए यूपी राजकीय निर्माण निगम के ब्लैक लिस्ट होने पर काम की जिम्मेदारी देने या न देने का निर्णय होगा।
निर्माण निगम को ब्लैक लिस्ट बताया गया है, जबकि शासन नके इससे इनकार किया गया है। बोर्ड बैठक में स्पोर्ट सिटी से संबंधित प्रस्ताव भी रखा जाएगा। इसके अलावा सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने के मामले में शासन के आदेश से संबंधित प्रस्ताव को रखा जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि सेक्टर-14 शनि मंदिर के पास नंदीशाला और गौशाला बनाई जाएगी। करीब 15 एकड़ में बनने वाली इस गौशाला को बनाने में करीब 6.5 करोड़ तक का खर्च आएगा। यहां पर करीब दो हजार गाय और नंदी को रखने की जगह हैं। लेकिन पहले चरण में 1000 ही रखे जाएंगे। इसमें 750 गाय और ढाई सौ नंदी होगी। इनको रखने के लिए टीन सेट बनाया जाएगा एक सेट में करीब 60 पशु रख सकते हैं।