Google Image | ओमिक्रोन को लेकर छात्रों में ज्यादा खतरा
Noida/Greater Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा के स्कूलों और आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले 6 लाख से अधिक छात्रों की जांच होगी। जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्कूली बच्चों की जांच शुरू कर दी गई है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इन बच्चों की कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अगर बच्चों में संक्रमण के लक्षण मिलते हैं तो छात्रों के नमूने की जांच की जाएगी। इस मामले को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी अस्पतालों को सूचित कर दिया है।
2 महीने पहले इसकी शुरुआत हुई
मिली जानकारी के मुताबिक, कोरोना महामारी के कारण राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्कूल और आंगनबाड़ी के बच्चों की स्वास्थ्य जांच नहीं हो रही थी। करीब 2 महीने पहले इसकी शुरुआत की गई। कोरोना संक्रमण के तीसरे ओमिक्रोन को ध्यान में रखते हुए इन बच्चों की स्कैनिंग जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
बच्चों को नहीं लगा कोरोना का टीका
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. अमित कुमार ने बताया कि अभी जनपद में कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर की आशंका दिखाई नहीं दे रही है। इसके अलावा जनपद में कोई भी ओमिक्रोन का मामला प्रकाश में नहीं आया है। परंतु इस बात को भी अनदेखा नहीं कर सकते कि जिले में अभी बच्चों को कोरोना का टीका नहीं लगा है। ऐसे में बच्चों का ध्यान देना अति आवश्यक है।
6 लाख से ज्यादा बच्चे के लिए डर
उन्होंने बताया कि इसी के चलते यह फैसला लिया गया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के स्कूल और आंगनबाड़ी में 6 लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। इन सभी की कोरोना संक्रमण को लेकर जांच की जाएगी। इसके अलावा इन बच्चों के इलाज की भी अच्छी व्यवस्था की जाएगी। इस मामले को लेकर जिले के शिक्षा अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं।