यह सुशासन की जीत है, जातिवाद के बाद साम्प्रदायिकता हारी है

रामपुर और आज़मगढ़ में जीत पर बोले सुरेंद्र नागर : यह सुशासन की जीत है, जातिवाद के बाद साम्प्रदायिकता हारी है

यह सुशासन की जीत है, जातिवाद के बाद साम्प्रदायिकता हारी है

Tricity Today | MP Surendra Nagar

Noida : उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा सीटों रामपुर और आजमगढ़ के लिए करवाए गए उपचुनाव के परिणाम रविवार को घोषित कर दिए गए हैं। दोनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) ने शानदार जीत हासिल की है। इस जीत पर उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नागर (Surendra Singh Nagar BJP) से ट्राईसिटी टुडे ने खास बातचीत की। सुरेंद्र सिंह नागर ने कहा, "यह सुशासन की जीत है। विधानसभा चुनाव में जातिवाद को भाजपा ने हराया था। इस लोकसभा उपचुनाव में सांप्रदायिकता हारी है। लोकतंत्र में अहंकार की कोई जगह नहीं है, जो जनता की सेवा करेगा, जनता उसे ही प्रेम करेगी।"

"आज विकास के सामने सबकुछ बोना है"
रविवार को आए परिणाम में रामपुर से भारतीय जनता पार्टी के घनश्याम सिंह लोधी और आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ ने कामयाबी हासिल की है। बड़ी बात यह है कि दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता अखिलेश यादव और मोहम्मद आजम खान सांसद थे। विधानसभा पहुंचने के बाद दोनों ने लोकसभा सीट खाली कर दी थीं। जिसकी वजह से यहां उपचुनाव करवाना पड़ा। अब दोनों ही सीटें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी से छीन ली हैं। इस पर राज्यसभा के उपाध्यक्ष सुरेंद्र नागर ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजनीति का चेहरा-मोहरा बदल दिया है। एक वक्त था, जब लोग जाति और बिरादरी के नाम पर उत्तर प्रदेश में राजनीति कर रहे थे। उन्हें लगता था कि पिछड़ी और दलित जातियां उनके यहां गिरवी रखी हैं। पिछले चुनाव में जातिवाद की दीवारें ढह गई थीं। प्रत्येक जाति और वर्ग ने भारतीय जनता पार्टी को वोट देकर मोदी-योगी के सुशासन पर अपनी मुहर लगाई थी। आजमगढ़ और रामपुर में अल्पसंख्यक वर्ग की बड़ी जनसंख्या होने के कारण उन्हें घमंड था कि उनके अलावा इन सीटों पर कोई नहीं जीत सकता है। इस बार अल्पसंख्यक समाज ने भी बता दिया है कि सांप्रदायिकता विकास के आगे बोनी है।"

"जब कोई जवाब नहीं होता तो ईवीएम का दोष"
राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर ने कहा, "विपक्ष का घिसा-पिटा राग अब आम आदमी को समझ आने लगा है। जब हार जाते हैं तो ईवीएम पर दोष मढ़ देते हैं। अपने अहंकार और मद में चूर विपक्ष के नेता घर से बाहर निकलना नहीं चाहते हैं। उन्हें आम आदमी के बीच जाकर काम करने से गर्मी लगती है। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर बूथ अध्यक्ष तक हर वक्त आम आदमी के बीच खड़े हैं। भाजपा का पूरा संगठन और सरकार जनहित में काम कर रहे हैं। व्यापक रूप से पार्टी की गतिविधियां और कार्यक्रम घर-घर और जन-जन तक पहुंच रहे हैं।" सुरेंद्र नागर सवाल करते हुए कहते हैं, "ऐसे में जनता भाजपा को क्यों पसंद नहीं करेगी? समाजवादी पार्टी और दूसरे विपक्षी दल कहीं नजर आते हैं? वह तो केवल जाति और संप्रदाय के नाम पर वोट बैंक बनाकर बैठे हुए हैं, लेकिन अब वोट बैंक का जमाना चला गया है। देश और उत्तर प्रदेश की जनता उनके छल और प्रपंच को समझ चुकी है।"

"2024 के लोकसभा चुनाव में सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे"
सुरेंद्र सिंह नागर ने आगे कहा, "उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी नेता बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे। कभी किसानों के नाम पर तो कभी नौजवानों के नाम पर राज्य की जनता को भ्रमित करने का पूरा प्रयास किया गया। दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश का हर वोटर योगी आदित्यनाथ को दोबारा चुनने के लिए चुनाव से पहले ही फैसला ले चुका था। लिहाजा, चुनाव परिणाम विपक्ष के लिए चौंकाने वाले थे। हम लोगों के लिए आशातीत रहे। विपक्ष के नेता हताशा में हैं। उनके पास योगी और मोदी की बराबरी करने के लिए हिम्मत नहीं है। काम किए बिना जनता को झूठ बोलकर बरगलाया नहीं जा सकता है। मैं दावा कर रहा हूं कि 2024 के लोकसभा चुनाव के परिणाम सारे रिकॉर्ड तोड़ देंगे। भारतीय जनता पार्टी ना केवल पिछले चुनावों से ज्यादा लोकसभा सीट जीतेगी बल्कि मत प्रतिशत हासिल करने के भी सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी।"

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.