Greater Noida News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की ज़मीन का मुआवज़ा बढ़ाने का ऐलान किया, जिससे ज़ेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एमआरए और कार्गो परियोजना के लिए ज़मीन अधिग्रहण और निर्माण का रास्ता साफ़ हो गया। यह एयरपोर्ट और इसके आस-पास के क्षेत्रों में विशाल परियोजनाओं का कार्य आरंभ होने जा रहा है। इस निर्णय से विकास की गति तेज़ हो जाएगी और क्षेत्र के किसानों को अच्छा मुआवज़ा मिलेगा।
ज़ेवर में बनेगा एशिया का सबसे बड़ा एमआरए और कार्गो हब
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एशिया का सबसे बड़ा एमआरए (मैटेरियल रिपेयर ऑर्गनाइजेशन) और कार्गो हब बनाया जाएगा। इन दोनों परियोजनाओं के लिए 1365 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण किया जाएगा। यह हवाई जहाज़ों के कलपुर्जे बनाने, रिपेयर और ओवरहालिंग के लिए एक केंद्र बनेगा। इसके साथ ही, कार्गो हब से कृषि उत्पादों और अन्य सामानों का देश-विदेश में व्यापार करना आसान होगा।
विमानों के कलपुर्ज़े बनाने और रिपेयर की सुविधा
भारत में अब तक विमानों के कलपुर्ज़े बनाने और रिपेयर की कोई जगह नहीं थी, जिसके कारण इन्हें विदेश भेजा जाता था। लेकिन ज़ेवर में बनने वाले एमआरए के माध्यम से यह सुविधा उपलब्ध होगी। यहाँ पर जहाज़ों के कलपुर्जों का निर्माण और रिपेयरिंग की जाएगी, जिससे भारत को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त होगी। यह पहल भारतीय विमानन उद्योग के लिए ऐतिहासिक साबित होगी।
किसान अब अपने उत्पाद आसानी से भेज सकेंगे, व्यापार बढ़ेगा
जेवर के नए अंतरराष्ट्रीय कार्गो हब से किसानों को विशेष लाभ होगा। वे अब अपने कृषि उत्पाद जैसे फल, सब्ज़ियाँ, दूध उत्पाद और अन्य सामग्रियों को देश और विदेश में आसानी से भेज सकेंगे। यह कार्गो हब गौतमबुद्ध नगर और ग़ाज़ियाबाद के उत्पादों के लिए प्रमुख एक्सपोर्ट हब बनेगा। इससे स्थानीय उद्यमियों को भी वैश्विक बाजार तक पहुंचने में मदद मिलेगी, जिससे व्यापार में बढ़ोत्तरी होगी।