Noida News : नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर-76 स्थित ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट स्काईटेक मैट्रॉट के मामले में सख्त कदम उठाया है। बिल्डर स्काईटेक कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 30 करोड़ रुपये से अधिक के बकाया भुगतान में चूक करने के कारण यह कार्रवाई की गई है। बार-बार नोटिस देने के बावजूद बकाया राशि न चुकाए जाने पर प्राधिकरण सीईओ लोकेश एम के निर्देश पर परियोजना के 27 बिना बिके फ्लैटों को सील कर दिया। इससे पहले, सितंबर महीने में भी इसी परियोजना में पांच फ्लैटों को गैर-अनुपालन के कारण सील किया गया था।
बकाया भुगतान में चूक पर नोएडा प्राधिकरण की सख्ती
डेवलपर ने रुकी हुई परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ उठाने का प्रयास किया, जिसमें अप्रैल 2020 से मार्च 2022 तक की कोविड-19 राहत अवधि के दौरान ब्याज और दंडात्मक ब्याज में छूट प्रदान की गई थी। हालांकि, डेवलपर संशोधित बकाया का 25% भुगतान करने में असफल रहा। स्काईटेक को 3 मार्च 2010 को 20,900 वर्ग मीटर का ग्रुप हाउसिंग प्लॉट आवंटित किया गया था, जिसकी लीज डीड 30 जुलाई 2010 को निष्पादित हुई थी। इस भूखंड पर स्काईटेक मैट्रॉट परियोजना शुरू की, जिसमें 700 से अधिक अपार्टमेंट शामिल थे। हालांकि, डेवलपर भूखंड के बकाया भुगतान करने में विफल रहा।
बिल्डर को मिला था दूसरा भी मौका
दिसंबर 2023 में जारी राज्य की पुनर्वास नीति के तहत, डेवलपर्स को अपने बकाया का निपटान करने का अवसर दिया गया था। इस नीति के तहत स्काईटेक ने प्रारंभ में 1 करोड़ रुपये जमा किए, लेकिन 27 मई, 8 जुलाई और 14 अगस्त 2023 को जारी किए गए कई नोटिसों के बावजूद शेष राशि का भुगतान करने में विफल रहा। स्काईटेक मैट्रॉट परियोजना में स्वीकृत 716 इकाइयों में से 474 इकाइयां पंजीकृत थीं। इसके अतिरिक्त, प्राधिकरण ने इस महीने लॉजिक्स ग्रुप की सहायक कंपनी डॉसाइल बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ भी कार्रवाई की। 130 करोड़ रुपये का भुगतान न करने पर सेक्टर-143 में 14,000 वर्ग मीटर के भूखंड का आवंटन रद्द कर दिया गया।
छह साल बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं
लॉजिक्स ग्रुप की सहायक कंपनी डॉसाइल बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित 14,000 वर्ग मीटर की भूमि छह साल पहले आवंटित की गई थी, लेकिन अब तक इस भूखंड पर कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। 130 करोड़ रुपये का भुगतान न करने पर इस भूखंड का आवंटन रद्द कर दिया गया। इस वर्ष की शुरुआत में, नोएडा प्राधिकरण ने इसी प्रकार की कार्रवाई करते हुए सेक्टर-78 में अंतरिक्ष गोल्फ व्यू परियोजना के 26 बिना बिके फ्लैटों को सील कर दिया था। साथ ही, सेक्टर-93बी में ओमेक्स बिल्डहोम प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ भी कार्रवाई की गई थी, जहां 457.8 करोड़ रुपये के बकाया के चलते 9,000 वर्ग मीटर के भूखंड को सील कर दिया गया था।