अभेद्य हुई लुक्सर जिला जेल की सुरक्षा, 300 कैमरे रिकॉर्ड करेंगे कैदियों की हर हलचल, पढ़ें रिपोर्ट

बड़ी खबरः अभेद्य हुई लुक्सर जिला जेल की सुरक्षा, 300 कैमरे रिकॉर्ड करेंगे कैदियों की हर हलचल, पढ़ें रिपोर्ट

अभेद्य हुई लुक्सर जिला जेल की सुरक्षा, 300 कैमरे रिकॉर्ड करेंगे कैदियों की हर हलचल, पढ़ें रिपोर्ट

Tricity Today | अभेद्य हुई लुक्सर जिला जेल की सुरक्षा

  • 300 कैमरे की क्षमता वाली लुक्सर जेल यूपी की पहली कारागृह है
  • राज्य सरकार ने हाल ही में प्रदेश के 5 कारावासों को हाई सिक्योरिटी जेल में बदला था
  • इसके मुताबिक लुक्सर जेल समेत इन पांचों जेलों की सुरक्षा त्रिस्तरीय होगी
  • निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन लगाए गए हैं
  • लुक्सर जेल को पीएसी के 31 जवानों की बटालियन मिलेगी
गौतमबुद्ध नगर की लुक्सर जिला जेल को खास पहचान मिल गई है। सुरक्षा के लिहाज से इस कारागार को अभेद्य बना दिया गया है। 300 कैमरे की क्षमता वाली लुक्सर जेल यूपी की पहली कारागृह है। राज्य सरकार ने हाल ही में प्रदेश के 5 कारावासों को हाई सिक्योरिटी जेल में बदला था। इसके मुताबिक लुक्सर जेल समेत इन पांचों जेलों की सुरक्षा त्रिस्तरीय होगी। निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन लगाए गए हैं। इनको संचालित करने के लिए एक अलग कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। साथ ही जेल में मोबाइल फोन के इस्तेमाल को रोकने के लिए सजा और जुर्माना बढ़ाया गया है। गौतमबुद्ध नगर के अलावा यूपी के लखनऊ, आजमगढ़, बरेली और चित्रकूट की जेलों को हाईटेक किया गया है।

हाईटेक बैरक बनाई गई है
नोएडा लुक्सर जेल अधीक्षक बीएस मुकुंद ने बताया, “गंभीर अपराधों में शामिल क्रिमिनल को रखने के लिए दो अलग बैरक बनाई गई हैं। यहां की सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद रखी गई है। ड्यूटी पर 10 से 20 साल का अनुभव रखने वाले हेड कांस्टेबल को तैनात किया गया है।” राज्य सरकार की योजना के मुताबिक हाई सिक्योरिटी जेल का दर्जा देने के क्रम में लुक्सर जेल को पीएसी के 31 जवानों की बटालियन मिलेगी। इसके अलावा नागरिक पुलिस से 56 रिक्त पदों पर भर्तियां की जाएंगी। फिलहाल चार कर्मचारियों की भर्ती हो चुकी है। इन दोनों बैरक की छतों को भी मजबूत किया गया है। वहां जाल बिछाया गया है।

360 डिग्री के कैमरे रखेंगे नजर
जेल अधीक्षक ने बताया कि 300 कैमरे की क्षमता वाली लुक्सर जेल यूपी की पहली ऐसी कारागृह बन गई है। यहां सीसीटीवी और द्रोण सहित 360 डिग्री कैमरे से कैदियों पर नजर रखी जा रही है। अधिकारी ने बताया कि जून की शुरुआत में ही ड्रोन कैमरे जेल प्रशासन को मिल गए थे। एक अलग स्पेशल कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से हर कैमरे की गतिविधियों को मॉनिटर किया जा रहा है। सामान्य बैरक में भी अब दो कैमरे लगाए गए हैं, ताकि कैदियों की हरकतों पर नजर रखा जा सके। जेल की दीवार पर 360 डिग्री कैमरे लगाए गए हैं। इनकी खासियत यह है कि यह जेल के अंदर और बाहर होने वाली हलचल पर एक साथ नजर रख सकेंगे। जैसे ही कैमरे में किसी बंदी की कोई संदिग्ध गतिविधि रिकॉर्ड होगी, हमें उसकी सूचना मिल जाएगी। हम उसके मुताबिक एक्शन लेंगे।

मोबाइल इस्तेमान नहीं कर सकेंगे
उत्तर प्रदेश सरकार गौतमबुध नगर जिला जेल को अभेद्य बनाने के प्रयास में थी। लुक्सर जिला जेल में मोबाइल के इस्तेमाल की काफी शिकायतें मिली थी। एक संविदा कर्मी को मोबाइल के अवैध इस्तेमाल के दोष में बर्खास्त किया गया था। इस पर जेल अधीक्षक ने बताया, अगर कोई कैदी बिजली जाने के बाद भी मोबाइल का प्रयोग करेगा, तो जैमर उसको तुरंत ट्रैस कर लेगा। क्योंकि जेल में सोलर सिस्टम लगाया गया है। जैमर को उस से जोड़ा गया है। इससे पॉवर कट के बावजूद भी जैमर लगातार काम करता रहता है। इससे मोबाइल के इस्तेमाल का हमें तुरंत पता चल जाएगा। इसलिए अब कोई कैदी जेल के अंदर से मोबाइल का प्रयोग नहीं कर पाएगा।

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