Noida News : नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) में तैनात ट्रैफिक विभाग की लापरवाही के कारण करीब सात करोड़ का नुकसान हो चुका है। पिछले 10 महीनों से पार्किंग ठेके का काम ठंडे बस्ते में है। पुरानी एजेंसियों से प्राधिकरण को प्रति माह करीब 60 लाख रुपये का राजस्व मिलता था, लेकिन 10 माह सरफेस पार्किंग टेंडर प्रक्रिया पूरा नहीं होने से निशुल्क संचालित हो रही है। इससे नोएडा प्राधिकरण को राजस्व का नुकसान हो रहा है। केवल सेक्टर-18 से पार्किंग के पैसे लिए जा रहे हैं।
मामला अभी कोर्ट में
अक्टूबर 2022 में सरफेस पार्किंग के पुराने ठेके की मियाद खत्म हो गई। इसके बाद नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर निकालकर एजेंसी चयन की प्रक्रिया पूरी करनी चाही। लेकिन, इस राह में कई बाधाएं आईं। आरोप है कि चहेती एजेंसियों को ठेका दिलवाने के लिए प्राधिकरण के अधिकारियों ने नियमों से हटकर फैसले लिए। उन्होंने दो एजेंसियों को मानक पर खरे नहीं उतरने के चलते बाहर किया और नई एजेंसी का टेंडर फाइनल कर दिया। बताया जा रहा है कि यह एजेंसी भी सभी मानकों पर खरी नहीं उतरी। आलम यह है कि तीन टेंडरों के मामले अभी कोर्ट में है। इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है। वहीं, जब फैसला होगा तो सभी का ठेका एक साथ दिया जाएगा।
तीन कंपनियों पर 20 करोड़ रुपए बकाया
तीन कंपनियां शहर में पार्किंग का संचालन कर रही हैं, लेकिन इन कंपनियों पर नवंबर 2023 तक 20 करोड़ रुपए बकाया है। पैसा नहीं देने की वजह से टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। इसमें कहीं ना कहीं ट्रैफिक अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी अपना पैसा वसूल नहीं पा रहे हैं। जिसका हर्जाना नोएडा प्राधिकरण के राजस्व विभाग को चुकाना पड़ रहा है। हालांकि ठेकेदारों का तर्क था कि इसमें प्राधिकरण का पैसा नहीं बन रहा है।
इन जगहों पर जारी है फ्री पार्किंग
सेक्टर-25 मोदी मॉल, सेक्टर-29 गंगा शॉपिंग कॉम्पलेक्स, ब्रह्मपुत्रा मार्केट, शॉप्रिक्स मॉल सेक्टर-61, सेक्टर-32 में लॉजिक्स मॉल के सामने और किनारे प्लॉट में, सेक्टर-33 में एआरटीओ ऑफिस, प्लॉट एरिया और पीछे की तरफ, सेक्टर-54 में एचसीएल के सामने, सेक्टर-142 में एडवंट बिल्डिंग के सामने, सेक्टर-124 और 125 के बीच, सेक्टर-63 में हल्दीराम और महिंद्रा शोरूम के सामने, सेक्टर-104 में हाजीपुर गांव के के सामने, सेक्टर-41 में पेट्रोल पंप से शराब ठेके के बीच इसी तरह अन्य जगहें शामिल हैं।