मिठास और सागर रत्ना समेत इन रेस्टोरेंट पर लगा लाखों का जुर्माना, नहीं भरने पर होंगे सील

एक्शन में नोएडा अथॉरिटी : मिठास और सागर रत्ना समेत इन रेस्टोरेंट पर लगा लाखों का जुर्माना, नहीं भरने पर होंगे सील

मिठास और सागर रत्ना समेत इन रेस्टोरेंट पर लगा लाखों का जुर्माना, नहीं भरने पर होंगे सील

Tricity Today | Symbolic Image

Noida News : नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने शहर के नामचित रेस्टोरेंट पर बड़ी कार्रवाई की है। जिसमें नोएडा अथॉरिटी ने मिठास, नजीर फूड, सागर रत्ना समेत सहित कई रेस्टोरेंट 27 लाख का जुर्माना लगाया है। अथॉरिटी की टीम ने इन संस्थानों का निरीक्षण किया था, जिसमें सात संस्थानों में ETP नहीं लगा मिला, वहीं दो संस्थान बंद मिले। इन सभी संस्थानों को जुर्माना जमा करने के लिए प्राधिकरण ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है। 

जुर्माना जमा नहीं करने पर होंगे सील 
जानकारी के मुताबिक, अथॉरिटी ने शिकायत के आधार पर सेक्टर-18 और 53 में स्थित नौ होटल, रेस्तरां पर छापेमारी की थी। टीम ने संस्थानों में जांच-पड़ताल की। टीम को सात संस्थानों में साफ पानी की व्यवस्था नहीं मिली, जबकि दो संस्थान बंद मिले। टीम ने संस्थानों को 28 मार्च तक जुर्माना जमा करने का आदेश दिया है। अगर यह गुरुवार (28 मार्च) तक जुर्माना जमा नहीं करते हैं, तो उन्हें सील कर दिया जाएगा। नोएडा अथॉरिटी की तरफ से कहा गया कि अगर रेस्टोरेंट और संस्थान 24 घंटे के अंदर जुर्माना नहीं भरते हैं, तो संस्थान सीज कर दिया जाएगा। 

इन नामचित संस्थानों पर लगा जुर्माना
अथॉरिटी ने जिन संस्थानों पर जुर्माना लगाया है उनमें सेक्टर-18 स्थित सागर रत्ना पर 5 लाख, सेक्टर-18 स्थित द पटियाला किचन पर दो लाख, चाऊमेन पर दो लाख, सेक्टर-53 स्थित मिठास स्वीट्स एंड रेस्टोरेंट पर दो लाख, सेक्टर-18 स्थित देसी वाइब्स पर 2 लाख, ढाबा ऐट अट्टा पर दो लाख, सेक्टर-18 स्थित नजीर फूड पर दो लाख, द तंदूरी विलेज पर 5 लाख और सेक्टर-18 स्थित राधे श्याम पर 5 लाख का जुर्माना लगाया गया है। इन सभी को जुर्माना भरने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेट दिया गया है।

क्या होता है ETP 
ETP का फुल फॉर्म (Effluent Treatment Plants) होता है। इसका उपयोग उपयोग ज्यादातर कंपनियों में किया जाता है। ETP की मदद से कई बिजनेस में पानी को साफ करने और उसमें किसी भी तरह के Toxic और non-toxic या केमिकल को हटाने के लिए किया जाता है ताकि पानी का उपयोग किया जा सके।  जिससे जब पानी को पर्यावरण में छोड़ा जा सके जिससे  पर्यावरण को किसी भी तरह का नुकसान न हो।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.