अथॉरिटी और बैंक के अफसर पुलिस की रडार पर, गुजरात-पांडेचेरी पहुंची पुलिस

नोएडा प्राधिकरण के खजाने पर सेंधमारी : अथॉरिटी और बैंक के अफसर पुलिस की रडार पर, गुजरात-पांडेचेरी पहुंची पुलिस

अथॉरिटी और बैंक के अफसर पुलिस की रडार पर, गुजरात-पांडेचेरी पहुंची पुलिस

Tricity Today | Noida News

Noida News : नोएडा प्राधिकरण के फर्जी अकाउंटेंट ऑफिसर बनकर 3 करोड 80 लाख रुपए निकालने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी अब्दुल खादर निवासी पांडुचेरी तमिलनाडु को गिरफ्तार किया है। इसके पास से कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं। इससे पुलिस की कई टीमें गहनता से पूछताछ कर रही है। इससे मिली जानकारी के आधार पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, लखनऊ, गुजरात, पांडेचेरी और कोलकाता सहित कई जगहों पर पुलिस की टीमें दबिश दे रही है। इसके साथियों को पकड़ने के लिए टीम लगातार तलाश कर रही है।

कई कड़ियां और जुड़ेंगी
पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि गिरफ्तार आरोपी अभी घटना की पहली कड़ी है। इसमें कई कड़ियां और जुड़ेंगी। पुलिस अधिकारी बैंक के अधिकारियों और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से भी पूछताछ कर रहे हैं। बैंक से निकाली गई रकम अभी तक बरामद नहीं हो पाई है। बताया जाता है कि इस गैंग के लोग कई दिनों तक नोएडा में के विभिन्न होटलों में ठहरे थे। पुलिस उन होटलों के बारे में भी जानकारी इकठ्ठी कर रही है।

15 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर हुई रकम
नोएडा के डीसीपी हरिश चंदर ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण ने 23 जून को बैंक ऑफ इंडिया के सेक्टर-62 ब्रांच में 200 करोड़ रुपए एफडी करवाने के लिए जमा कराए थे। प्राधिकरण ने सभी कागजात बैंक को सौंप दिए थे, लेकिन बैंक की तरफ से एफडी नहीं दी गई। इस दौरान अब्दुल खादर ने खुद को नोएडा प्राधिकरण का अकाउंट अफसर बताकर बैंक से 3,80,00,000 रुपए तीन अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए, जहां से रकम गुजरात प्रांत  के 15 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की गई। आरोपी दोबारा 9 करोड रुपए ट्रांसफर करवाना चाह रहा था। इसी बीच बैंक की एक महिला अधिकारी को शक हो गया। उन्होंने इसे चेक किया तो जालसाजी की बात सामने आई। 

ऐसे हुआ बैंक अधिकारी को शक
बताया जाता है कि 9 करोड रुपए ट्रांसफर कर दिए गए थे, लेकिन महिला अधिकारी ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए रकम को होल्ड कर लिया। उन्होंने बताया कि घटना की जांच कर रही पुलिस टीम ने आज दोपहर बाद अब्दुल खादर निवासी पांडुचेरी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं। उससे गहनता से पूछताछ की जा रही है।

मास्टरमाइंड कोई और है
मिली जानकारी के आधार पर पुलिस राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, गुजरात, पांडुचेरी, लखनऊ और कोलकाता के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि अब्दुल इस घटना का की पहली कड़ी है। इसके पीछे मास्टरमाइंड कोई और है। पुलिस को यह भी शक है कि इस गैंग का सरगना बैंक या नोएडा प्राधिकरण का कोई अधिकारी भी हो सकता है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अब्दुल को कैसे पता चला कि नोएडा प्राधिकरण ने बैंक में 200 करोड़ रुपए एफडी के लिए जमा कराया है। 

200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले
इस मामले में अब तक 200 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की गई है। सेक्टर-62 स्थित बैंक और नोएडा प्राधिकरण के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई है। सर्विलेंस विधि की भी सहायता ली जा रही है। उन्होंने बताया कि कुछ अन्य लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। मालूम हो कि इस मामले में नोएडा प्राधिकरण के वित्त अधिकारी मनोज कुमार ने 4 जुलाई को थाना सेक्टर 58 मे मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले की आंतरिक जांच के लिए नोएडा प्राधिकरण ने एक कमेटी गठित की है।

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