प्राधिकरण ने 10757 करोड़ से शहर के विकास को दी रफ्तार, पिछले 4 साल में 2100 बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए, पढ़ें पूरा लेखा-जोखा

नोएडा: प्राधिकरण ने 10757 करोड़ से शहर के विकास को दी रफ्तार, पिछले 4 साल में 2100 बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए, पढ़ें पूरा लेखा-जोखा

प्राधिकरण ने 10757 करोड़ से शहर के विकास को दी रफ्तार, पिछले 4 साल में 2100 बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए, पढ़ें पूरा लेखा-जोखा

Tricity Today | CEO Ritu Maheshwari IAS

  • प्राधिकरण ने अपने 4 साल के विकास कार्यों का लेखा-जोखा पेश किया
  • बीते 4 सालों के दौरान अथॉरिटी ने 10757 करोड रुपये के करीब 2136 महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पूरे कराए
  • 5503 करोड़ रुपये की लागत से एक्वा लाइन मेट्रो परियोजना का संचालन शुरू कराया गया था
  • अप्रैल 2017 से जुलाई 2021 तक 28 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया
  • नोएडा सेक्टर-38ए में 580 करोड रुपये की लागत से 7000 कारों की पार्किंग क्षमता वाला पार्किंग स्टेशन बनाया गया
Noida: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के साल 2017 में सत्ता संभालने के बाद नोएडा प्राधिकरण (Noida Development Authority) ने भी शहर के विकास में तेजी दिखाई। बीते 4 सालों के दौरान अथॉरिटी ने 10757 करोड रुपये के करीब 2136 महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पूरे कराए हैं। इसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन मेट्रो संचालन, कमांड कंट्रोल सेंटर, पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय का निर्माण और शहर के सेक्टर-39 में स्थित कोविड हॉस्पिटल का निर्माण शामिल है। प्राधिकरण ने अपने 4 साल के विकास कार्यों का लेखा-जोखा पेश किया है।

सीईओ ऋतु महेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari IAS) ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना की अगुवाई में नोएडा प्राधिकरण औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ शहर के निवासियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करा रहा है। उद्योगों और लोगों की सहूलियत के लिए जरूरी हर परियोजना को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराया जा रहा है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच सफर को आसान बनाने के लिए 5503 करोड़ रुपये की लागत से एक्वा लाइन मेट्रो परियोजना का संचालन शुरू कराया गया था। 

28 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया
इसके अलावा प्राधिकरण ने अप्रैल 2017 से जुलाई 2021 तक 28 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया है। इनमें 3062 करोड़ रुपये की लागत आई है। शहर में यातायात को सुविधाजनक बनाने के लिए प्राधिकरण ने एमपी टू मार्ग पर विश्व भारती स्कूल से शॉप्रिक्स मॉल एलिवेटेड रोड का निर्माण कराया। 4.80 किमी लंबे 6 लेन के इस एलिवेटेड रोड से डीएनडी से सेक्ट-71 तक तक ट्रैफिक सिग्नल फ्री हो गया। हजारों वाहन चालकों को जाम के झाम से निजात मिली। इस परियोजना पर 480 करोड़ रुपये खर्च किया गया। 

मल्टीलेवल कार पार्किंग निर्मित कराया
गौतमबुद्ध नगर में बेतहाशा जनसंख्या के साथ-साथ गाड़ियों की संख्या में भी भारी वृद्धि हुई। पार्किंग एक बड़ी समस्या बनकर सामने आई। इससे निपटने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने शहर के 6 मुख्य स्थानों पर मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण कराया। नोएडा सेक्टर-38ए में 580 करोड रुपये की लागत से 7000 कारों की पार्किंग क्षमता वाला पार्किंग स्टेशन बनाया गया। सेक्टर-18 में 3000 वाहनों की पार्किंग क्षमता वाला स्टेशन बना। इसमें 243 करोड़ रुपये की लागत आई। 

सेक्टर 16ए में 110 करोड़ से 1292 कारों की क्षमता वाला पार्किंग स्टेशन बनाया गया है। सेक्टर-3 में 565 वाहन क्षमता का पार्किंग स्टेशन बनाया गया है। इसमें 62 करोड़ रुपये की लागत आई है। नोएडा के सेक्टर-1 में 47 करोड़ से मल्टीलेवल कार पार्किंग बनी है। यहां 534 गाड़ियां खड़ी हो सकती हैं। सेक्टर-5 में 32 करोड़ की लागत से कार पार्किंग निर्मित कराई गई है। यहां 262 वाहन पार्क होंगे।
  1. हॉस्पिटल- स्वास्थ्य सुविधाओं को सर्व सुलभ बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर-39 में 240 बेड के अस्पताल का निर्माण कराया था। इसमें तीन बेसमेंट और सर्विस फ्लोर सहित कुल 12 फ्लोर बने हैं। यहां 72 फ्लैटों की आवासीय सुविधा भी है। पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह दी गई है। जहां 600 वाहन पार्क होते हैं। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान इस अस्पताल में हजारों लोगों का इलाज किया गया। 
  2. शिल्प हाट- प्राधिकरण ने सेक्टर-33ए में शिल्प हाट का निर्माण कराया। इसका मकसद निवासियों में शिल्प कला के प्रति जागरूकता पैदा करना है। करीब 10 एकड़ के इस हॉट में 10000 वर्ग फीट की आर्ट गैलरी, 2000 वर्ग फीट का म्यूजियम और ऑफिस, 146 दुकानें, फूड कोर्ट में 19 स्टॉल्स, 7 इम्पोरियम-सांस्कृतिक केंद्र, 1080 वाहनों की पार्किंग क्षमता, 800 दर्शकों की क्षमता एम्फीथियेटर और 96 आर्टिस्ट की क्षमता का डोरमेट्री की सुविधाएं उपलब्ध है।
  3. स्टेडियम - प्राधिकरण ने सेक्टर-21ए में इनडोर स्टेडियम का निर्माण कराया है। यहां 4000 दर्शकों के बैठने का इंतजाम है। यहां बैडमिंटन, टेबल टेनिस, बास्केट बॉल, वॉलीबॉल, जिमनास्टिक, जूडो, कुश्ती, फेंसिंग, बॉक्सिंग, वेट-लिफ्टिंग और तायक्वांडो जैसे खेल होते हैं। इसके निर्माण में 101 करोड़ रुपये खर्च हुए। इसी स्टेडियम में 14 करोड़ की लागत से शूटिंग रेंज बनाया गया है।
  4. अंडरपास- यातायात को जाम मुक्त बनाने के लिए नोएडा प्राधिकऱण ने शहर में कई अंडरपास का निर्माण कराया। इसमें सेक्टर-60 सेक्टर-71 चौराहे के बीच 65 करोड़ से 760 मीटर लंबा और 6 लेन चौड़ा अंडरपास बनाया गया। कुल 161 करोड़ से तीम मुख्य अंडरपास बनाए गए।
  5. पुल- यमुना नदी पर कालिंदी कुंज के पास पुल का निर्माण कराया गया है। यहां 6 लेन का पुल बना है। इस पर 120 करोड़ की लागत आई। यह पुल 617.80 मीटर लंबा और 21.5 मीटर चौड़ा है। 
  6. विद्युत उपकेंद्र- सेक्टर-148, सेक्टर-38ए और गाजीपुर लाइन पर 474 करोड़ से विद्युत उपकेंद्र निर्मित कराए गए हैं।
  7. औषधि पार्क- 8 करोड़ की लागत से सेक्टर-91 में औषधि पार्क और वाईआरएफ पार्क बनाया गया।
  8. पार्क- सेक्टर-91, सेक्टर-150 और सेक्टर-91 में ही 82 करोड़ रुपये से तीन बड़े पार्क बनाए गए। 
  9. ITMS - सेक्टर-94 में 22 करोड़ की लागत से तीन मंजिला भवन निर्मित कराया। इसके पहले फ्लोर पर ITMS प्रोजेक्ट, दूसरे तल पर ITMS का कार्य और एनटीसी कार्यालय तथा तीसरे फ्लोर पर एनडीआरएफ-ट्रैफिक पुलिस के कार्यालय बने हैं। 
  10. नोएडा के सेक्टर-108 में 34 करोड़ रुपये से पुलिस कमिश्रनेट कार्यालय का निर्माण कराया। 
  11. साथ ही प्राधिकरण ने 2192 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण, नाली निर्माण, लाइटें, जल-सीवर, उद्यान और यातायात से जुड़े कुल 2107 प्रोजेक्ट पूरे कराए। 
  12. नोएडा प्राधिकरण अब तक अपने दायरे में 1,02,519 एलईडी लाइटें लगा चुका है। इसमें शहरी क्षेत्र में 83554 और ग्रामीण क्षेत्र में 18965 एलईडी लाइटें शामिल हैं। शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में कुल 12953 एलईडी लाइटें लगी हैं।

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