Noida News : राज्य जीएसटी विभाग ने 4 नवंबर को नोएडा स्थित एक प्रमुख ड्रोन निर्माण और बिक्री कंपनी पर छापा मारकर टैक्स चोरी का खुलासा किया। जांच में सामने आया कि कंपनी ने फर्जी फर्मों से खरीदारी दिखाकर 50 लाख रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) प्राप्त किया है।
फर्जी फर्मों से 2.77 करोड़ की खरीद का खुलासा
राज्यकर विभाग के अपर आयुक्त (ग्रेड-2) (विशेष अनुसंधान शाखा) विवेक आर्य ने बताया कि छापेमारी के दौरान ड्रोन निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की खरीद की गहन जांच की गई। कंपनी ने वर्ष 2022-23 में 2.77 करोड़ रुपये की खरीद फर्जी फर्मों से दिखाई थी। जांच में पाया गया कि इन फर्मों का कोई अस्तित्व नहीं है। इनका उपयोग केवल फर्जी लेनदेन दिखाने के लिए किया गया।
राजकीय और सुरक्षा एजेंसियों को बेचती है ड्रोन
यह कंपनी कई सरकारी और सुरक्षा एजेंसियों को ड्रोन बेचने के लिए जानी जाती है, लेकिन टैक्स चोरी के इस मामले ने उसकी साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विभाग ने खुलासा किया कि फर्जी फर्मों के माध्यम से आईटीसी का गलत लाभ उठाकर कंपनी ने सरकार को वित्तीय नुकसान पहुंचाया।
50 लाख की आईटीसी चोरी
जांच में यह भी पता चला कि फर्जी फर्मों से खरीद दिखाकर कंपनी ने 50 लाख रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त किया। विभाग इस मामले में कंपनी के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई कर रहा है। अधिकारी विवेक आर्य ने बताया कि ऐसे मामलों पर सख्ती से नजर रखी जा रही है। विभाग इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है और अन्य कंपनियों की भी निगरानी बढ़ाई जा रही है। जिससे फर्जीवाड़ा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।