इस साल के 96 दिनों में 284 लोगों ने करोड़ों गंवाए, पढ़िए चौंकाने वाली रिपोर्ट

Cyber Criminals की राजधानी बना नोएडा : इस साल के 96 दिनों में 284 लोगों ने करोड़ों गंवाए, पढ़िए चौंकाने वाली रिपोर्ट

इस साल के 96 दिनों में 284 लोगों ने करोड़ों गंवाए, पढ़िए चौंकाने वाली रिपोर्ट

Tricity Today | Cyber Criminals की राजधानी नोएडा

Noida News : 'साइबर क्राइम' दिल्ली-एनसीआर की सबसे बड़ी समस्या बन चुका है। हाईटेक शहर नोएडा में बड़ी-बड़ी इंटरनेशनल और आईटी कंपनियां हैं। जिसमें अच्छे-खासे पढ़े-लिखे लोग लाखों रुपए की नौकरी करते हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पढ़े लोग गौतमबुद्ध नगर में हैं लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि जिला साइबर ठगों की राजधानी बन गया है। ठगी के जितने मामले सामने आए हैं, उनमें 95% शिकार वही पढ़े-लिखे लोग हैं, जो मल्टीनेशनल और नेशनल कंपनियों में काम कर रहे हैं। बुरे हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस साल के 96 दिनों में 284 लोगों से करोड़ों की ठगी हो चुकी है।

पिछले साल 885 मामले दर्ज हुए, इस साल अब तक 284
आपके पसंदीदा न्यूज वेबपोर्टल Tricity Today ने गौतमबुद्ध नगर में हो रहे सायबर क्राइम का विश्लेषण किया है। जिसके चौंकाने वाले परिणाम हैं। आंकड़ों के मुताबिक 1 जनवरी 2023 से लेकर 7 अप्रैल 2023 तक 96 दिनों में गौतमबुद्ध नगर जनपद में साइबर ठगी के 284 मामले सामने आए हैं। यानी कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा शहर में कुल 96 दिनों के भीतर 284 लोगों के साथ ठगी हुई है। वहीं, अगर वर्ष 2022 की बात की जाए तो पूरे साल में 885 साइबर क्राइम के मामले पुलिस के पास पहुंचे हैं। जिनका मुकदमा पंजीकृत किया गया है। यानी कि 365 दिनों में 885 लोगों को ठगा गया है।

₹5,000 से लेकर 50 लाख रुपए तक की ठगी
यह तब है, जब जिले में डेडिकेटेड साइबर सेल है। उसके बावजूद साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इनमें से कुछ लोगों के अकाउंट से 5,000 रुपए तो ऐसे लोग भी हैं, जिनको साइबर ठगों ने 50-50 लाख रुपए का नुकसान पहुंचाया है। 

इन सेक्टरों के लोग सबसे ज्यादा लापरवाह
अगर देखा जाए तो कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां पर सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के मामले सामने आते हैं। जैसे सेक्टर-20 थाने में वर्ष 2022 में 76 लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी की गई थी। इसके अलावा सेक्टर-39 कोतवाली में 151 साइबर क्राइम के मामले दर्ज किए गए थे। सेक्टर-113 कोतवाली में वर्ष 2022 में 99 लोगों के साथ ऑनलाइन फ्रॉड किया गया। वहीं, अगर इसी साल 2023 की बात की जाए तो अब तक सबसे ज्यादा मामले सेक्टर-20 कोतवाली क्षेत्र में आए हैं। सेक्टर-20 थाने में अभी तक 61 साइबर क्राइम के मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, दूसरे नंबर पर सेक्टर-39 कोतवाली है। जहां पर अभी तक 51 लोगों के साथ साइबर ठगी की गई है। इसका मतलब साफ है कि इन थाना क्षेत्रों में पड़ने वाले सेक्टरों के लोग सबसे ज्यादा लापरवाह हैं। तभी आसानी से साइबर क्रिमिनल को अपनी पर्सनल जानकारी देते हैं।

1 जनवरी से लेकर 7 अप्रैल 2023 तक 284 मामले दर्ज
थाना              दर्ज मामले
सेक्टर-20      61
सेक्टर-39      51
सेक्टर-24      40
सेक्टर-58      18
सेक्टर-49      12
एक्सप्रेस।       05
सेक्टर-113    11
सेक्टर-126    08
फेस-1           09
बिसरख        15
बीटा-2          10
सूरजपुर        11
सेक्टर-63      05
सेक्टर-142    07
कासना           01
जारचा            03
दनकौर           01
दादरी             03
नॉलेज पार्क    02
फेस-2           04
फेस-3           04
इकोटेक-3     01
बादलपुर        02

1 जनवरी से 31 दिसंबर 2022 तक कुल 885 मामले
थाना               दर्ज मामले
एक्सप्रेसवे          33 
सेक्टर-20          76
सेक्टर-24          62
सेक्टर-39         151
सेक्टर-49         63
सेक्टर-58         69
सेक्टर-113       99
सेक्टर-126       30
फेस-1              39
फेस-2               36
फेस-3              17
इकोटेक-1          8
इकोटेक-3          6
कासना               6
जेवर                  5
जारचा               24
दनकौर              5
बीटा-2              35
नॉलेज पार्क        9
बादलपुर            6
दादरी               14
सेक्टर-142        6 
सेक्टर-63         12 
सूरजपुर            34

'प्रिवेंशन इज बेटर देन क्योर'
सायबर क्राइम एक्सपर्ट और आईटी इंजीनियर विवेक रमन तिवारी ने कहा, "सायबर क्राइम बहुत तेजी से बढ़ रहा है। दूसरी तरफ पुलिस के पास अब तक बढ़िया इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। विशेषज्ञों की कमी है। क्राइम के बाद धरपकड़ करने से ज्यादा इस तरह के क्राइम से प्रति आम आदमी को जागरूक करने की है। जब आरबीआई से रिटायर जनरल मैनेजर लॉटरी के नाम पर सायबर क्रिमिनल्स का शिकार बन सकते हैं तो डॉक्टर और मास्टर के बारे में क्या बात करें। पुलिस, प्रशासन और सरकार को उसी पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाना होगा जैसे एक जमाने में हर बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर लगातार लावारिश वस्तु को नहीं छूने की हिदायत दी जाती थी। बीमारी वाला फॉर्मूला 'प्रिवेंशन इज बेटर देन क्योर' सायबर क्राइम पर लागू होता है।"

यूपी पुलिस की हर यूनिट को ट्रेनिंग दी जा रही : त्रिवेणी सिंह
यूपी साइबर क्राइम एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया, "यूपी में जटिल साइबर क्राइम को रोकने के लिए काम किया जा रहा है। काफी बड़े साइबर अपराधियों पर एक्शन लिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस की हर यूनिट को साइबर क्राइम को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है। जिसकी वजह से काफी तेजी से लोगों के साथ ठगी के मामले कम हो रहे हैं।"

अनजान व्यक्ति से सावधानीपूर्वक बात करें
आईपीएस त्रिवेणी सिंह ने बताया, "अगर आपके पास किसी अनजान व्यक्ति का कॉल आए तो उससे सावधानीपूर्वक बात करें। अगर कभी भी पैसों की बात आती है तो सोच समझकर ही फैसला लें। अधिकतर देखा जाता है कि साइबर क्रिमिनल अपने आपको आपका रिश्तेदार या दोस्त बताकर पैसे मांगते हैं, लेकिन आपको इस बात की सावधानी बरतनी है कि पैसों की बात आने पर आप अलर्ट हो जाएं।"

साइबर फ्रॉड में नोएडा पुलिस को अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी
बीते वर्ष 29 जून 2022 को नोएडा पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की थी। पुलिस ने एक गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। यह दोनों आरोपी 7 लाख लोगों से 3,700 करोड़ रुपए की ठगी कर चुके हैं। यह लोग कंपनी में निवेश करने के नाम पर पैसा वसूलते थे और उसके बाद छूमंतर हो जाते थे। बताया जाता है कि यह नोएडा पुलिस की सबसे बड़ी कामयाबी है। इन लोगों ने अपने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर 3,700 करोड़ रुपए की ठगी की है।

नोएडा में बड़ी साइबर क्राइम की घटनाएं
कंपनी की डायरेक्टर से 26.5 लाख रुपए ठगे : नोएडा के सेक्टर-8 में फिटनेस कंपनी इवेंट कंपनी का आईसीआईसीआई बैंक में अकाउंट है। इस कंपनी की डायरेक्टर महक तोमर की बीते दिनों उनकी तबीयत खराब थी। उसी दौरान साइबर ठगों ने उनके बैंक एकाउंट से 26.5 लाख रुपए निकाल लिए थे। इस मामले में पीड़िता ने 1 अप्रैल 2023 को मुकदमा दर्ज करवाया है। आरोपियों ने किसी तरीके से ओटीपी हासिल करके इस वारदात को अंजाम दिया था।

विदेशी महिला बनकर आईपीएस से ठगे 8.17 लाख रुपए : विदेशी महिला बनकर एक लड़की ने नोएडा में रहने वाले आईपीएस से 8.17 लाख रुपए ठग लिए थे। इस मामले में पीड़ित ने 3 फरवरी 2023 को मुकदमा पंजीकृत करवाया है। जांच में पता चला है कि इस वारदात को नाइजीरियन गैंग ने दिया था।

बिजली का बिल जमा करने के नाम पर 27 लाख रुपए का फ्रॉड : बीते 29 मार्च 2023 को नोएडा में साइबर अपराधियों ने बिजली का बिल जमा करने के नाम पर 27 लाख रुपए ठग लिए है। आरोपियों ने पीड़ित से कहा था कि अगर उन्होंने बिजली का बिल जमा नहीं किया तो बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा।

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