Noida|Prayagraj : उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की हत्या की साजिश में शामिल रहे अतीक के नौकर शाहरुख को भी गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ की पूछताछ में कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, जिस राइफल से उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम दिया गया था, उस राइफल को नोएडा से एक बिल्डर देने गया था। फिर यह राइफल शाहरुख ने असद को दी थी। गोलीकांड के दौरान असद की कार में यह राइफल थी। इस घटना को महीने भर से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन पुलिस मुख्य आरोपियों से कोसों दूर है।
शाहरुख ने गाड़ी में रखी थी राइफल
पूछताछ में शाहरुख ने बताया कि इस हत्याकांड की साजिश करीब 6 महीने पहले रची गई थी। 24 फरवरी को असद के कहने पर उसने क्रेटा कार में राइफल रखी थी। इसके बाद असद समेत अन्य लोग अलग-अलग वाहन से हत्या करने के लिए गए थे। एसटीएफ की मेरठ टीम और प्रयागराज पुलिस अब यह पता करने में लगी है कि यह रायफल लाइसेंसी थी अथवा नहीं। दरअसल, शाहरुख ने बयान में यह रायफल लाइसेंसी बताई थी, लेकिन पुलिस को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है। पुलिस की शाहरुख से पूछताछ जारी है।
रायफल को लेकर पड़ताल शुरू
अतीक अहमद के बहनोई डॉ.अखलाक और शाहरुख को एसटीएफ मेरठ और प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार किया था। डॉ.अखलाक, गुड्डू मुस्लिम को अपने मेरठ स्थित घर में शरण देने के आरोप में पकड़ा गया था, वहीं शूटरों की मदद करने के आरोप में शाहरुख आरोपित बनाया गया। शाहरुख पर ही हत्या से पहले अतीक के बेटे असद को रायफल देने का आरोप है। एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि अखलाक और आयशा को ही इस मामले में शुरुआत से ही जानकारी थी। इस रायफल की पड़ताल को लेकर पुलिस जांच कर रही है।
क्या है उमेश पाल हत्याकांड
आपको बता दें कि वर्ष 2005 में बसपा के विधायक राजू पाल की हत्या हो गई थी। इस मामले में उमेश पाल मुख्य गवाह बना था। बीते 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल और उसके गनर की दिनदहाड़े गोली से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए 10 टीमों का गठन किया गया है। जांच में पता चला है कि उमेश पाल हत्याकांड की साजिश गुजरात की साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद ने रची थी। उमेश पाल अपहरण केस में अतीक अहमद को कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। इस मामले की सुनवाई के लिए उसे गुजरात के साबरमती जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच प्रयागराज लाया गया था और सजा मिलने के बाद उसे फिर से साबरमती जेल पहुंचा दिया गया।