यूपी में नंबर वन बना नोएडा, देश में निराशाजनक रैंकिंग...

Swachh Survekshan-2023 : यूपी में नंबर वन बना नोएडा, देश में निराशाजनक रैंकिंग...

यूपी में नंबर वन बना नोएडा, देश में निराशाजनक रैंकिंग...

Tricity Today | Symbolic

Noida News : स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 में अच्छी रैंकिंग हासिल करने वाले शहरों को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया है। एक से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में इंदौर लगातार सातवीं बार पहले स्थान पर रहा। नोएडा को स्वच्छता सर्वेक्षण में यूपी का सबसे साफ शहर का अवार्ड मिला है। लेकिन, नोएडा की देश के ओवरऑल सभी शहरों में रैंकिंग निराशाजनक है। नेशनल रैंकिंग में नोएडा 14वें स्थान पर रहा। साफ सफाई के लिए 949 करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद शहर की रैंकिंग तीन पायदान गिर गई है। स्वच्छता सर्वेक्षण मामले में पहली बार एक पायदान की छलांग लगाते हुए नोएडा ने वाटर प्लस सर्टिफिकेट पाया है। इसके अलावा पिछले साल की तरह इस बार भी गार्बेज फ्री सिटी में फाइव स्टार रैकिंग पाई है। वाटर प्लस और गार्बेज फ्री सिटी में फाइव स्टार रैकिंग का सर्टिफिकेट भी नोएडा प्राधिकरण को दिया गया।

तीन पायदान फिसली नेशनल रैंकिंग
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रहा है। प्राधिकरण के कर्मचारी, एजेंसियां, मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन, डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन, बायोरेमेडीएशन प्लांट, कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट को सीधे इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़कर निगरानी की जाती है। मशीनों और मानव श्रम का इस्तेमाल अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए किया जा रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में देश में उच्च रैंकिंग हासिल करने में प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग, जल सीवर विभाग, सिविल विभाग, उद्यान, विद्युत एवं यांत्रिक विभागों को जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, पिछले 6 महीने से जमीन पर साफ-सफाई की हालत संतोषजनक नहीं रही। इसका खामियाजा नोएडा को उठाना पड़ा और उसकी देश में रैंकिंग तीन पायदान फिसल गई।
यूपी में नंबर वन बना नोएडा
नोएडा ने स्वच्छता सर्वेक्षण (Cleanliness Survey 2023) में फिर अपना नाम दर्ज कराते हुए पहली बार एक पायदान ऊपर चढ़कर वाटर प्लस सर्टिफिकेट (Water Plus Certificate) हासिल किया है। इसके अलावा पिछले साल की तरह इस बार भी गार्बेज फ्री सिटी के रूप में फाइव स्टार रैंकिंग हासिल की है। नोएडा प्राधिकरण के अफसरों के अनुसार, वाटर प्लस सर्टिफिकेट पाने के लिए तीन-चार साल से प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन अब जाकर सफलता हाथ लगी है। यूपी में इन मानक पर नोएडा नंबर-1 की श्रेणी में शामिल हो गया है।
साल 2018 में पहली बार लिया था हिस्सा
आपको बता दें कि नोएडा ने स्वच्छता सर्वेक्षण की नेशनल रैंकिंग में साल-2018 में पहली बार हिस्सा लिया था। तब शहर को देशभर में 324वां स्थान मिला था। साल-2019 में 150वां स्थान दिया गया था। जबकि यूपी में नोएडा को प्रथम स्थान हासिल हुआ। उसी साल अथॉरिटी में सीईओ की कुर्सी संभालने वाली रितु माहेश्वरी ने शहर में सफाई को लेकर संजीदगी से काम शुरू किया। उसी का परिणाम रहा कि नोएडा को यूपी में पहली रैंकिंग मिली। साल-2020 में नोएडा को देशभर में 25वीं रैंकिंग, 2021 में भी अच्छा परफॉर्मेंस रहा और 2022 में नोएडा 11वें स्थान पर पहुंच गया। साल-2022 में यूपी में 5वीं रैंक के साथ नोएडा को बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी चुना गया। इस बार भी शहर को उपलब्धियां मिली हैं। लेकिन, देशभर की रैंकिंग में थोड़ी निराशा हाथ लगी है।

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