नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी ने शहर के लोगों से एक खास अपील की है। उन्होंने शहर के हर बाशिंदे से एक मदद मांगी है। खास बात यह है कि यह मदद करने के लिए न तो पैसा खर्च करना पड़ेगा और ना ही समय लगेगा। यह मदद बस छोटी-छोटी बातों को लेकर आपकी जागरूकता है, जो शहर को संवार सकती है। देश में नंबर वन बना सकती है। सोमवार को नोएडा विकास प्राधिकरण ने स्वच्छता के क्षेत्र में अच्छा काम करने वालों को नगद राशि और सम्मान देकर सम्मानित किया है। इनमें स्ट्रीट वेन्डर और सतर्क नागरिकों को प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित किया गया है।
स्वच्छता मूवी मेकिंग और स्वच्छता जिंगल मेकिंग में पहला, दूसरा और तीसरा स्थान पाने वालों को 21, 15 और 10-10 हजार रुपए देकर सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम में सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने इंदौर का उदाहरण देते हुए कहा, "वहां के लोग एक-दूसरे को गंदगी फैलाने से रोकते हैं। स्वच्छता को लेकर ऐसी ही भावना यहां के लोगों के अंदर आनी चाहिए। लोगों को खुद के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र को पूरी तरह स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी आगे बढ़कर लेनी होगी। सेक्टर-सोसाइटी काफी हद तक स्वच्छ हैं, लेकिन गांवों में अभी दिक्कत आ रही है। इसको भी सुधारा जाएगा।"
यह बातें उन्होंने सेक्टर-6 इंदिरा गांधी कला केंद्र में आयोजित स्वच्छता सम्मान समारोह में कहीं। कार्यक्रम में करीब सवा सौ लोगों को सम्मानित किया गया है। नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु माहेश्वरी ने कहा, "स्वच्छता को लेकर नोएडा प्राधिकरण बेहतर काम कर रहा है, लेकिन अभी और बेहतर करने की जरूरत है। इस व्यवस्था में अभी कुछ गैप हैं, जिनको भरने की जरूरत है। बिना लोगों के सहयोग के स्वच्छता में टॉप पर आना संभव नहीं है। उन्होंने संकल्प लिया कि शहर के लोगों की मदद से नोएडा को स्वच्छता के मामले में टॉप पर ले जाकर रहेंगे।" सीईओ ने आगे कहा, "आज सम्मानित हुए लोग खुद को नोएडा का ब्रांड एम्बेसडर समझकर सफाई के लिए मेहनत से काम करें।"
सीईओ ने कहा, "विकास प्राधिकरण ने बीते समय में गंदगी के ढेर वाले 400 स्थानों को विलोपित कूड़ाघर में तब्दील किया जा चुका है।" उन्होंने आगे कहा, "विकास कार्यों और सफाई में जितना पैसा नोएडा में खर्च होता है, शायद ही देश में कहीं होता होगा। शहर को सफाई के मामले में टॉप पर लाने के लिए इंडस्ट्री, आरडब्ल्यूए और सामाजिक संगठन सहित सभी को प्राधिकरण के साथ मिलकर काम करना होगा। अकेले प्राधिकरण कुछ नहीं कर सकता। कार्यक्रम में ओएसडी इंदु प्रकाश, अविनाश त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।