Noida News : दिवाली की सुबह नोएडा में एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया था। एक वेटर को सरेआम गोली मार दी गई। इस घटना को तीसरा दिन है, लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस खाली हाथ है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि अभी तक 300 सीसीटीवी फुटेज खंगाल लिए गए हैं। उसके बावजूद भी अभी तक आरोपियों के बारे में पुलिस को पता नहीं चल पाया है। वैसे तो अपराधियों को जेल भेजने और वारदातों को खुलासा करने के लिए नोएडा कमिश्नरी सिस्टम को अगस्त 2024 में आईएसओ सर्टिफिकेट मिला था। पूरे उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर इकलौता ऐसा कमिश्नरेट है, जिसको आईएसओ सर्टिफिकेट मिला है। उसके बावजूद भी यह हालत नजर आ रही है। पुलिस अधिकारियों के बड़े-बड़े दावे फेल होते दिखाई दे रहे हैं।
उड़ीसा का रहने वाला है पीड़ित
यह मामला सेक्टर-24 थाना क्षेत्र का है। सेक्टर-52 में विजय थापा चौक के पास शुक्रवार की सुबह करीब 6:30 बजे एक रेस्टोरेंट में काम करने वाले वेटर को गोली मार दी गई। वेटर की पहचान 44 वर्षीय दीपेश कुमार के रूप में हुई है। दीपेश कुमार मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला है। वह सेक्टर-63 में स्थित एक रेस्टोरेंट में वेटर का काम करता था।
लूट, आपसी विवाद और लव अफेयर से वारदात को जोड़ रही पुलिस
पुलिस ने बताया कि वेटर नोएडा के सेक्टर-63 में स्थित वाजिदपुर में रहता है। गुरुवार को वह रेस्टोरेंट गया था और वहां से दिल्ली चला गया। दिल्ली से आने के बाद उसने अपने दोस्तों के साथ शराब की थी। देर रात को दोस्तों के पास से निकाला था। वेटर दीपेश कुमार के साथ सुबह इस वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस इस मामले में लूट, आपसी विवाद और लव अफेयर को भी जोड़कर देख रही है। इस मामले में पीड़ित की जीजा ने मुकदमा दर्ज करवाया है।
रात को हो गया था मोबाइल स्विच ऑफ
इस मामले में पुलिस ने पिछले 48 घंटे के दौरान 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाल लिए हैं। उसके बावजूद भी अभी तक आरोपियों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। दूसरी और जानकारी यह भी मिली है कि 31 अक्टूबर की रात कभी 11:00 बजे दिल्ली में ही वेटर का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था, जिसकी वजह से उसकी अंतिम लोकेशन दिल्ली दिखाई गई है। पुलिस ने इस मामले में वेटर के दोस्तों से भी पूछताछ की है।