Noida News : नोएडा एलिवेटेड रोड को और ख़ूबसूरत बनाया जाएगा। इसके दोनों तरफ से अवैध अतिक्रमण हटाने और सफ़ाई करने का आदेश नोएडा अथॉरिटी की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु महेश्वरी (Ritu Maheshwari IAS) ने दिया है। सोमवार को रितु महेश्वरी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान शहर के दूसरे हिस्सों में भी सफ़ाई इंतजामों की समीक्षा की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 जून को नोएडा रहे हैं। उनके कार्यक्रमों के मद्देनजर अथॉरिटी शहर को संवारने में जुटी है।
एलिवेटेड रोड के दोनों तरफ से अतिक्रमण हटाया जाएगा
जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में रितु महेश्वरी ने कहा, “शहर में सेक्टर-27 से लेकर सेक्टर-61 तक एलिवेटेड रोड के दोनों और अव्यवस्थाओं को ख़त्म किया जाए। अतिक्रमण हटाया जाए। जंगल को साफ़ करवाया जाए। जहां गंदगी और कूड़ा-कचरा है, उसे साफ किया जाएगा।” आपको बता दें कि नोएडा शहर के बीचोंबीच ट्रैफ़िक जाम को ख़त्म करने के लिए 4.8 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड का निर्माण किया गया था। इस फ्लाईओवर के निर्माण पर नोएडा अथॉरिटी ने क़रीब 425 करोड़ रुपये ख़र्च किए हैं।
25 जून को नोएडा आ रहे हैं योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 जून को नोएडा में आ रहे हैं। शहर में उनके कई कार्यक्रम हैं। वह सबसे पहले सेक्टर-121 के पास पृथला गोल चक्कर पर बनाए गए सिग्नेचर ब्रिज का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद शहर के बीचोंबीच एक जनसभा को संबोधित करने जाएंगे। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काफ़िला नोएडा एलिवेटिड रोड से गुजर सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए नोएडा प्राधिकरण तैयारियों में जुटा है। एलिवेटिड रोड के दोनों ओर बड़ी संख्या में बोर्ड और होर्डिंग लगाए गए हैं।
अब तीन शिफ्टों में सड़कों को साफ करेंगी मशीनें
शहर की सड़कों को मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन के ज़रिए साफ़ किया जा रहा है। रितु महेश्वरी ने जनस्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया है, “नोएडा की सड़कों को साफ करने के लिए मशीनों का ज़्यादा से ज्यादा उपयोग किया जाए। मशीनों को 3 शिफ्टों में सफ़ाई पर लगाया जाए। एक शिफ्ट 8 घंटे की लगायी जाए। जिससे सड़कों पर सफ़ाई बढ़े। भीड़ वाले इलाकों और कम चौड़ाई वाली सड़कों की सफ़ाई करने के लिए मशीनों को दो शिफ्टों में चलाया जाए।” रितु महेश्वरी ने आगे कहा, “सड़कों पर गंदगी और धूल नहीं मिलनी चाहिए। जिन सड़कों पर धूल और गंदगी मिलेगी, वहां सफ़ाई के लिए ज़िम्मेदार कंपनियों पर एक्शन होगा।”